हरियाणा में कांग्रेस का किसानों के मुद्दे उठाना, राजनीतिक साजिश का हिस्सा था : राजीव चंद्रशेखर

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नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा था कि हरियाणा में लोगों का रुझान कांग्रेस के पक्ष में था, लेकिन कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की वजह से हरियाणा में भाजपा की जीत हुई। इस पर भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि हरियाणा के लोग कांग्रेस की साजिश के बारे में समझ चुके थे। इसलिए हरियाणा में कांग्रेस की हार हुई। साथ ही उन्होंने मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकार को घेरने पर भी अपना पक्ष रखा।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “यह भी एक खुलासा है कि कांग्रेस पार्टी ने महीनों और सालों से जो किसानों के मुद्दे पर बात की है, वह दरअसल एक राजनीतिक साजिश थी। इसका मुख्य उद्देश्य हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाना था। लेकिन हरियाणा के लोग समझ चुके हैं कि गुरनाम सिंह जैसे व्यक्तियों का कांग्रेस के साथ क्या संबंध है, और वे सच नहीं बोल रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “भारत के इतिहास में, अगर किसी सरकार ने सच में काम किया है, तो वह नरेंद्र मोदी की सरकार है, जिसने बहुत से कार्य किए हैं। सच एक दिन बाहर आ ही जाता है, और यही हो रहा है। कांग्रेस की राजनीतिक चालाकी और किसी भी कीमत पर सरकार बनाने की उनकी कोशिश अब उजागर हो गई है। लोग महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में भी समझ चुके हैं कि कांग्रेस की नियत क्या है और उनका असली उद्देश्य क्या है।”

इसके बाद उन्होंने मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मौत पर विपक्षी नेताओं द्वारा सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “चाहे असुद्दीन ओवैसी हों या संजय राउत, वे इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। यह तो उनका काम है, क्योंकि दोनों ही राजनीतिक रूप से बहुत निराश हैं और उनके पास कोई लोकप्रिय समर्थन नहीं है। आप जानते हैं कि कांग्रेस ने भी कहा है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना को कांग्रेस के समर्थन के बिना एक भी वोट नहीं मिलेगा। उनके प्रवक्ता तहसीन पूनावाला ने हाल ही में यही कहा है। वे सोचते हैं कि राजनीति लाने से उन्हें लाभ होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि इसमें राजनीतिक रंग मत लाएं। पुलिस अपनी जांच कर रही है, और सच सामने आएगा। तब तक हमें इंतजार करना होगा, जब तक दूध का दूध और पानी का पानी स्पष्ट नहीं हो जाता।”