सरकार को बाहर से समर्थन देकर खुद मलाई खाती है कांग्रेस : प्रतुल सहदेव

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रांची, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार को कांग्रेस से बाहर से समर्थन देगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस में अनबन की खबरों पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी है।

भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कांग्रेस द्वारा उमर सरकार को बाहर से समर्थन दिए जाने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पुराना ट्रैक उठाकर देखें तो आपको पता चल जाएगा कि वह सरकार को बाहर से समर्थन देकर खुद ही मलाई खाते हैं। यानी इनके ऊपर कोई आरोप नहीं लगता है और वह अपने इशारे पर ही सरकार चलाते हैं।

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हालांकि, कांग्रेस की सीटें कम जरूर आईं मगर इसके बावजूद वह जम्मू-कश्मीर में सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। क्या इनकी कोशिश सरकार को अस्थिर करने की है? ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि जम्मू-कश्मीर की सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी या नहीं। अगर आप देखेंगे तो पता चल जाएगा कि किसी भी सरकार ने कांग्रेस के साथ मिलकर पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। क्या कांग्रेस अपनी नाजायज मांगों को पूरा करवाने के लिए ऐसा कर रही है?”

भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले अमेठी को छोड़ा और इसके बाद उन्होंने वायनाड में शरण ली। अब रायबरेली में वापस आए और वायनाड से भी चुनाव लड़ा। ऐसा प्रतीत होता कि वायनाड भाई-बहन की सीट हो गई है और राहुल गांधी अपनी बहन को राखी का रिटर्न गिफ्ट दे रहे हैं। वहां कांग्रेस के कई सैकड़ों कार्यकर्ता हैं। लेकिन, इस बार कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। अगर राहुल गांधी को वायनाड सीट छोड़ना था तो उन्होंने अपनी जगह किसी सामान्य कार्यकर्ता को क्यों नहीं चुनाव लड़ाया?

उन्होंने आगे कहा, “वंशवादी पार्टियों का यही तो इतिहास रहा है। भाई के बाद उसकी बहन या फिर उसकी पत्नी या बच्चे ही चुनाव लड़ते हैं। इसी तरह से वंशवाद चलता रहता है। बड़ा सवाल यह उठता है कि वायनाड से प्रियंका गांधी ही क्यों चुनाव लड़ रही हैं।