भारत-सिंगापुर वार्ता, पांच वर्ष के लिए संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण पर सहमति

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नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन ने मंगलवार को नई दिल्ली में छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रिस्तरीय वार्ता की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान दोनों मंत्रियों ने शांति, स्थिरता और सुरक्षा पर लंबे समय से चले आ रहे गहरे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को स्वीकार किया।

यह बैठक भारत की एक्ट ईस्ट नीति के एक दशक पूरे होने की पृष्ठभूमि में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। एक्ट ईस्ट नीति में सिंगापुर ने आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और रणनीतिक कनेक्टिविटी विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन 23 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर हैं। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। हाल के वर्षों में दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच नियमित बातचीत हुई है। 2025 में भारत और सिंगापुर के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 साल पूरे हो रहे हैं, दोनों देशों के मंत्री रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए। नई उपलब्धियां हासिल करने पर सहमति जताई गई।

संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण के द्विपक्षीय समझौते को अगले पांच वर्षों के लिए बढ़ाने पर भी सहमति हुई है। यह स्वीकार करते हुए कि दोनों देश रक्षा उपकरणों के सह-विकास और सह-उत्पादन शुरू करने के लिए स्वाभाविक भागीदार हैं, दोनों पक्ष उद्योग सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इसमें स्वचालन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे विशिष्ट डोमेन में सहयोग की खोज भी शामिल है। दोनों मंत्रियों ने साइबर सुरक्षा जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। राजनाथ सिंह ने 2021 से 2024 तक आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत को समर्थन के लिए डॉ. एनजी इंग हेन को धन्यवाद दिया।

वहीं, सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने स्वीकार किया कि भारत एशिया की शांति और स्थिरता के लिए एक रणनीतिक आवाज है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था।

नई दिल्ली में हुए इस महत्वपूर्ण संवाद से पहले, सिंगापुर के रक्षा मंत्री का औपचारिक स्वागत किया गया, उन्हें यहां तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इससे पहले, सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद नायकों को पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी।