मुंबई, 25 जून (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौर में किसी को सरकार से सवाल पूछने का अधिकार नहीं था। आपातकाल को काला दिन बताते हुए उन्होंने कहा कि उस समय फैसले तानाशाह की तरह लिए गए।
मंत्री योगेश कदम ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, “जब आपातकाल लगाया गया था, उस समय जो कोई भी सरकार के खिलाफ बोलता था उसे जेल में डाल दिया जाता था। उस दौरान तानाशाह की तरह फैसला लिया जाता था। आपातकाल का दौर काले दिन जैसा है, जिसको हम याद तक नहीं करना चाहते।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान को खतरे में बताकर भाजपा पर आरोप लगाती रही है, लेकिन उसको सवाल करने से पहले 50 साल पहले के आपातकाल के दौर को याद करना चाहिए। आपातकाल के दौरान जनता पर बहुत अत्याचार किया गया था। आपातकाल का समय देश के लिए कठिन था।
उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत द्वारा इमरजेंसी के फैसले का स्वागत करने पर उन्होंने कहा कि वोट बैंक के लिए उद्धव ठाकरे किसी भी हद तक जा सकते हैं। उद्धव ठाकरे की पार्टी अब बालासाहेब ठाकरे के विचार पर नहीं चल रही है। इन सबने कांग्रेस की विचारधारा स्वीकार कर ली है। क्योंकि उद्धव ठाकरे की पार्टी को लगता है कि महानगरपालिका चुनाव जीतना है तो उन्हें कांग्रेस की विचारधारा पर चलना पड़ेगा। इसकी पीछे की वजह है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी को कांग्रेस के वोट की जरूरत है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है, इस पर चुनाव आयोग ने सवालों के जवाब के लिए बुलाया है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि दरअसल राहुल गांधी अपनी पार्टी की हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। यह जनता का निर्णय है और आज हमारी सरकार अच्छे से जनहित के काम कर रही है। चुनाव के दौरान मतदान केंद्र 6 बजे बंद होता है, अंदर जो लोग 6 बजे से पहले पहुंच गए हैं, उनको वोट दिलाना होता है। इतनी छोटी बात राहुल गांधी को समझनी चाहिए।
ऑपरेशन सिंधु की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी देशों के साथ अच्छे संबंध हैं, जिसकी वजह से ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने में आसानी हुई है। इसी तरह यूक्रेन युद्ध के दौरान भी भारतीय नागरिकों को वापस वतन लाया गया था।