देहरादून, 15 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा कि सरकार पहाड़ी राज्य के आदिवासी और मूलनिवासी समुदायों के कल्याण के लिए पूरी लगन और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने उधमसिंह नगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज राज्य का गौरव है।
सीएम ने कहा कि आदिवासी समाज के सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के तहत 128 गांवों में स्वास्थ्य-शिक्षा सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से छात्रों को बेहतर अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
सीएम धामी ने नानकमत्ता में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय नानकमत्ता का शिलान्यास और नगर पंचायत कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने एक साइकिल रैली को हरी झंडी भी दिखाई।
उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन केवल भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि जनजातीय समुदायों की सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान के बारे में जागरूकता फैलाने का भी एक माध्यम है।
सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जनजातीय गौरव दिवस जैसे आयोजनों के माध्यम से जनजातीय समुदाय की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए 50 लाख रुपए आवंटित किए हैं।
उन्होंने देश के विकास और स्वतंत्रता में जनजातीय समुदाय के अमूल्य योगदान से जुड़ी जानकारी को दबाने के लिए पिछली सरकारों पर निशाना साधा।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय समुदाय को उसका उचित सम्मान मिल रहा है। आज कोई भी जनजातीय समुदाय से जुड़े इतिहास और परंपराओं से छेड़छाड़ करने की हिम्मत नहीं कर सकता।
इसके अलावा, उन्होंने गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में राज्यवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं, जैसे एक निःशुल्क कोचिंग सेंटर की स्थापना, नानकमत्ता को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना और खटीमा बस स्टेशन का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखना।

