मुंबई, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के दीपावली को लेकर दिए गए विवादित बयान पर देशभर में तीखी प्रतिक्रियाएं जारी हैं। इसी कड़ी में हिंदू धर्म गुरु जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी नरेंद्राचार्य जी महाराज ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का बयान हिंदू परंपराओं का अपमान करता है और यह केवल राजनीतिक फायदे के लिए दिया गया है।
स्वामी नरेंद्राचार्य ने कहा कि सब जानते हैं कि अखिलेश यादव के पिता किस धर्म का समर्थन करते थे। इसलिए उनके पुत्र अखिलेश यादव से किसी सकारात्मक उम्मीद की कोई गुंजाइश नहीं है। लोगों को उनके बयानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हम सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी हैं और अपनी आस्था पर गर्व करते हैं। दीपावली पर जो दीये जलाए जाते हैं, वे केवल परंपरा नहीं बल्कि अध्यात्म और विज्ञान दोनों का प्रतीक हैं।
महाराज ने कहा कि अखिलेश यादव यह बात कभी नहीं समझ पाएंगे। अगर उन्हें हिंदू धर्म से इतनी परेशानी है तो वे बस टोपी पहन लें और ईसाई बन जाएं। हिंदू धर्म के बारे में संदेश देना उनका काम नहीं है।
धर्मगुरु ने आगे कहा कि चुनाव नजदीक होने के कारण ऐसे बयान दिए जा रहे हैं ताकि धार्मिक ध्रुवीकरण किया जा सके। हम इस बयान का कड़ा विरोध करते हैं। हमारा सनातन धर्म जो दीप जलाता है, वह प्रेम और प्रकाश का प्रतीक है, न कि राजनीति का।
स्वामी नरेंद्राचार्य ने इस दौरान पुणे के शनिवार वाडा में मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज पढ़े जाने की घटना पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह सब जानबूझकर किया जा रहा है ताकि समाज में विभाजन पैदा किया जा सके। उन्होंने कहा कि ‘लव मोहम्मद, लव जिहाद’ जैसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं और कुछ राजनीतिक दल इन घटनाओं को समर्थन देते हैं। ऐसे दलों को जनता को मतदान के जरिए जवाब देना चाहिए।
महाराज ने आगे कहा कि धर्मों के बीच विवाद पैदा करने की साजिशें देश के लिए हानिकारक हैं और सभी नागरिकों को सतर्क रहकर सामाजिक एकता बनाए रखनी चाहिए।













