अमृतसर, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब के डीआईजी बॉर्डर रेंज नानक सिंह ने बताया कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने आतंकवाद, नशा तस्करी और गैंगस्टर गतिविधियों के खिलाफ प्रभावी अभियान चलाया है।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और डीजीपी के निर्देशों के तहत पुलिस सक्रियता से काम कर रही है। हाल ही में अजनाला थाने में दर्ज एक मामले में पुलिस ने एक आईईडी, तीन हैंड ग्रेनेड, एक मदरबोर्ड, रिमोट-कंट्रोल बैटरी और डेटोनेटर जैसे सामान बरामद किए। इस कार्रवाई ने संभावित बड़े हमले को रोकने में अहम भूमिका निभाई।
डीआईजी ने बताया कि यह केवल एक कड़ी है। अमृतसर पुलिस लगातार आतंकवाद, गैंगस्टरों और नशा तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि शांति भंग करने वालों, नशा तस्करों और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में अब तक 879 मामले दर्ज किए गए, 1,491 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 211 किलो हेरोइन, 6 किलो आईस और 1.5 किलो अफीम बरामद हुई। इनकी कीमत लगभग 1.90 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसके अलावा, नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत 68 भगोड़े आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। दोषियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी जारी है।
नानक सिंह ने पुलिस की मेहनत की सराहना की और कहा कि बीएसएफ, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने से सफलताएं मिली हैं। उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी और विशेष छापेमारी से नशा तस्करी के नेटवर्क को तोड़ा जा रहा है। पुलिस न केवल ड्रग्स बरामद कर रही है, बल्कि तस्करी की पूरी चेन को उजागर करने पर ध्यान दे रही है।
डीआईजी ने आम लोगों से अपील की कि वे संदिग्ध गतिविधियों या वस्तुओं की तुरंत सूचना दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमृतसर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगी।