मुंबई, 4 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि 1980 से वह विधायक हैं। वह बिहार विधानसभा के 8 बार सदस्य रहे हैं। वह उप मंत्री, राज्य मंत्री, मंत्री और एक साल तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह पहली बार संसद में आए हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अनुच्छेद 370, ट्रिपल तलाक और वक्फ बोर्ड पर बयान जारी किया है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम यह कहना चाह रहे थे कि धारा 370 जो कश्मीर में थी, उसके नाम पर बहुत ज्यादा राजनीति होती थी। उस समय मैं कांग्रेस के साथ था। किसी ने धारा 370 हटाने की हिम्मत नहीं की थी। 370 धारा रहने से कोई बाहरी आदमी घाटी में जमीन नहीं खरीद सकता था। ये कैसा राज्य था? हम दूसरे राज्यों में रह सकते थे, जमीन खरीद सकते थे, पर यहां क्यों नहीं?
उन्होंने आगे कहा, “डॉ बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर ने भी कहा था कि धारा 370 को एक समय के बाद हटा देना चाहिए, लेकिन इन लोगों के पास इसे हटाने की हिम्मत नहीं हुई। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनको हटाया। उसी प्रकार से हमारे मुस्लिम परिवार के लिए तीन तलाक का मामला था। तीन तलाक को लेकर भी बहुत सारी बातें होती थीं। तीन तलाक जैसे अभिशाप को पीएम मोदी ने खत्म किया। आज मुस्लिम महिलाएं बहुत खुश हैं।”
वक्फ कानून को लेकर जीतन राम मांझी ने कहा, “नया वक्फ बोर्ड कानून आया है, उसको लेकर भी बहुत से लोग बात कर रहे हैं। विपक्ष तुष्टीकरण की राजनीति कर रहा है। हम कोई गुल्ली-डंडा खेल के राजनीति में नहीं आए हैं। मैं समझता हूं वक्फ कानून क्या है।”
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मंदिरों के दान से मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं, यूनिवर्सिटी चल रही है, लेकिन वक्फ बोर्ड के पैसे से कहीं कुछ चल रहा है?