पटना, 2 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार की कानून-व्यवस्था और बाढ़ की स्थिति पर राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यहां लोगों की समस्याओं से किसी को कुछ भी लेना देना नहीं है।
शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने कहा कि जब पटना में बाढ़ आई थी, तब कोई नेता सामने नहीं आया। संसद में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, माइक तुरंत बंद करवा दिया गया। उन्होंने नेताओं पर आरोप लगाया कि वे केवल मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने की योजनाओं में व्यस्त हैं और जनता की समस्याओं से उन्हें कोई मतलब नहीं। “अब सब कुछ मार्केटिंग का खेल बन गया है, जहां किसी को इस बात की परवाह नहीं कि लोग जीते हैं या मरते हैं।”
पप्पू यादव ने राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें राहुल ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। पप्पू यादव ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि वोटर लिस्ट की पारदर्शिता पर सवाल उठना जायज है, क्योंकि यह सार्वजनिक संपत्ति है और सभी पार्टियों को इसे देखने का अधिकार है।
उन्होंने आरोप लगाया, “बिहार में पूर्णिया से 2.78 लाख और पटना से 3.5 लाख वोट काटे गए। साथ ही, एक महीने में 22 लाख लोगों के मरने, 35 लाख लोगों के गायब होने और 7 लाख डुप्लिकेट नामों की बात सामने आई।”
पप्पू यादव ने दावा किया कि अगर ऐसा था तो चुनाव आयोग ने 16 साल में गड़बड़ी क्यों नहीं पकड़ी? अगर फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर हम लोग चुनाव जीत गए हैं तो लोकसभा भंग कर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए।
सांसद ने आगे महाराष्ट्र और दिल्ली में भी चुनावी गड़बड़ियों का आरोप लगाया, जहां भाजपा-एनडीए ने कथित तौर पर पिछले दरवाजे से जीत हासिल की। उन्होंने एनडीए की मानसिकता को लुटेरों जैसी करार दिया और चेतावनी दी कि संसद को चलने नहीं दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी की ओर से किसानों को 20वीं किस्त जारी करने पर पप्पू यादव ने कहा कि किसानों का हक उन्हें मिलना चाहिए।