नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत और इटली के बीच बढ़ते कूटनीतिक और रणनीतिक सहयोग को नया आयाम देने के लिए इटली के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी भारत पहुंचे हैं। यह इस वर्ष में उनकी दूसरी भारत यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच लगातार मजबूत हो रहे संबंधों का संकेत है।
इतालवी उपप्रधानमंत्री एंटोनियो ताजानी ने बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान एस. जयशंकर ने कहा कि भारत में आपका और आपके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करना हमारे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। यह इस वर्ष आपकी दूसरी यात्रा है, लेकिन आपका इतनी बार आना हमारे लिए अत्यंत सराहनीय है।
विदेश मंत्री ने इतालवी उपप्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि यह आपकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके कारण हमारे बीच व्यक्तिगत रूप से, हमारी सरकारों के बीच और हमारी साझेदारी में बहुत अच्छे संबंध स्थापित हुए हैं, जो लोकतांत्रिक मूल्यों, हमारी सभ्यताओं, संस्कृति, विरासत के प्रति सम्मान और एक स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध विश्व के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर आधारित है। जैसा कि मैंने कहा, एक-दूसरे के देशों में और कभी-कभी अन्य स्थानों पर होने वाली हमारी ये बैठकें बहुत उपयोगी होती हैं।
उन्होंने कहा कि हम लगातार एक-दूसरे से बातचीत करते हैं और अपने एजेंडा की समीक्षा करते हैं, और आज मैं भारत में आपका और आपके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करता हूं। आपकी प्रधानमंत्री के साथ अभी-अभी एक बहुत अच्छी बैठक हुई है, इसलिए मुझे लगता है कि इससे हमारे संबंधों के भविष्य के विकास को एक स्पष्ट दिशा मिली है।
जयशंकर ने कहा कि पिछले महीने नई दिल्ली में हुई आतंकी घटना के बाद इटली सरकार द्वारा भेजे गए एकजुटता संदेश के लिए भी मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं। बेशक, हाल ही में जब हमारे प्रधानमंत्रियों ने जोहान्सबर्ग में जी20 सम्मेलन में मुलाकात की, तो हमने आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त पहल की घोषणा की, यह एक बहुत ही सकारात्मक कदम था। हम इटली के साथ काम करते हैं और आपको अपने सबसे करीबी साझेदारों में से एक मानते हैं, जिसमें वित्तीय कार्रवाई बल (एफएटीएफ) भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि आप एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ आए हैं, मुझे बहुत खुशी है कि कल आप मुंबई में वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल से मिलेंगे, और हम 2025-29 के लिए संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना पर वास्तव में आगे बढ़ रहे हैं, जिसका एक बड़ा हिस्सा आर्थिक सहयोग था, और आपने इसे आगे बढ़ाने में नेतृत्व किया है। मुझे विश्वास है कि आपकी बहुत अच्छी चर्चा होगी।
इसलिए, मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी चर्चा बहुत अच्छी होगी। एक बार फिर, आपका हार्दिक स्वागत है, और आपसे अनुरोध है कि आप अपने विचार रखें।

