नई दिल्ली, 11 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कहा कि स्थानीय से वैश्विक तक, भारत सिर्फ देश के लिए नहीं, बल्कि दुनिया के लिए निर्माण करेगा और जबलपुर इस परिवर्तन के केंद्र में होगा।
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा वैश्विक प्रौद्योगिकी दिग्गजों के साथ रणनीतिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाने के अवसर पर मंत्री ने कहा, “सरकार और उद्योग एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हम मिलकर अपने युवाओं की आकांक्षाओं को हकीकत में बदल सकते हैं।”
कुशल जनशक्ति तैयार करने के लिए, बीएसएनएल ने चार वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ एएमयू हस्ताक्षर किए, जिनमें एरिक्सन इंडिया, क्वालकॉम टेक्नोलॉजीज इंक., सिस्को सिस्टम्स और नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवर्क्स इंडिया शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सिंह, जबलपुर के सांसद आशीष दुबे और टेलीकॉम सचिव नीरज मित्तल की उपस्थिति में नई दिल्ली में देश के युवाओं में भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल विकसित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की गई।
सिंधिया ने इस पहल को बीएसएनएल और अग्रणी वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों के बीच सहयोग के माध्यम से कुशल और भविष्य के लिए तैयार दूरसंचार कार्यबल के निर्माण में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती डिजिटल अर्थव्यवस्था में उद्योग की जरूरतों के अनुरूप उन्नत प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक है। यह साझेदारी न सिर्फ देश के युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करेगी, बल्कि भारत को वैश्विक डिजिटल क्रांति की अग्रिम पंक्ति में स्थापित करेगी।
मंत्री ने कहा, “एरिक्सन, नोकिया, सिस्को, क्वालकॉम और बीएसएनएल जैसे उद्योग जगत के अग्रणी लोगों द्वारा समर्थित इस कार्यक्रम के तहत प्रतिवर्ष 2,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा, तथा पहले चरण में 1 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा।”
भारत के डिजिटल परिवर्तन में तेजी लाने और कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से साझेदारियां बीएसएनएल के शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान, जबलपुर में भारत रत्न भीम राव अंबेडकर दूरसंचार प्रशिक्षण संस्थान (बीआरबीआरएआईटीटी) में 5जी, एआई/एमएल, नेटवर्किंग और डिजिटल प्रौद्योगिकियों में उन्नत प्रशिक्षण पहल शुरू करेंगी।
मंत्री ने कहा, “इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य दो सप्ताह के छोटे मॉड्यूल से लेकर 84 घंटे के गहन कार्यक्रम तक, जबलपुर को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी शिक्षा के केंद्र के रूप में स्थापित करना है।”
यह विकास दूरसंचार विभाग (डीओटी), संचार मंत्रालय द्वारा बीआरबीआरएआईटीटी में दूरसंचार नवाचार, अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (टीआईआरटीसी) स्थापित करने की व्यापक योजना की दिशा में एक कदम है।
उद्योग-आधारित राष्ट्रीय केंद्र के रूप में परिकल्पित, टीआईआरटीसी दूरसंचार-विशिष्ट अनुसंधान एवं विकास प्रतिभा और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो प्रधानमंत्री के कौशल भारत और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।