भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था : सुनील शर्मा

0
8

श्रीनगर, 29 जुलाई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लालू यादव, तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी और दक्षिण भारत के कुछ दल कांग्रेस की पुरानी सोच और मानसिकता से ग्रस्त हैं। ये नेता अपनी सेना की आलोचना करने में खुश होते हैं, जो देश के लिए गर्व की बात नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ जो कार्रवाई की, उसमें उसने आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया और रावलपिंडी व कराची में धूल उड़ा दी। अखिलेश यादव का इस पर सवाल उठाना भारत की अस्मिता पर चोट है।

उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को इतिहास की जानकारी नहीं है। 1947 में पीओके और अक्साई चिन को पाकिस्तान व चीन को देना कांग्रेस की कूटनीतिक नाकामी थी। 1971 में 93 हजार सैनिकों का समर्पण और चंबड़ क्षेत्र को पाकिस्तान को सौंपना भी कांग्रेस की गलती थी, जिसे प्रियंका भूल गई हैं।

उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पहली बार भारत ने विदेशी दबाव के बिना कड़ा रुख अपनाया। सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर पाकिस्तान में हाहाकार मचा दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने अलग-अलग पार्टियों के नेताओं को दुनिया भर में भेजकर कूटनीति में सफलता हासिल की। कोलंबिया जैसे देश ने भी तारीफ की और अमेरिका ने टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किया, जो कूटनीतिक जीत है। वहीं, कांग्रेस का इतिहास हमेशा असफलताओं से भरा रहा है।

उन्होंने बताया कि सीजफायर का फैसला एक व्यक्ति नहीं, बल्कि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी, सेना के तीनों अंगों (थल, जल, वायु), सीडीएस, एनएसए और मंत्रियों की सलाह से लिया जाता है। यह फैसला लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाता है, जो मोदी जी ने साबित की। पाकिस्तान डर गया और सीजफायर के बावजूद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को होल्ड पर रखा गया है। पाकिस्तान ने फिर दुस्साहस किया, तो वह अपनी ताकत खो देगा।

सुनील शर्मा ने कहा कि विपक्ष को देश की सुरक्षा और सेना का सम्मान करना चाहिए, न कि सियासत चमकाने के लिए सवाल उठाने चाहिए। सरकार जनता के हित में काम कर रही है और विपक्ष को समर्थन करना चाहिए।