पटना, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में छठ महापर्व को लेकर छठ घाटों पर बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं। चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को बड़ी संख्या में छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गंगा तट सहित विभिन्न तालाबों और जलाशयों तक पहुंचे। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में, जबकि उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपने पैतृक आवास तारापुर में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
मुख्यमंत्री आवास एक अन्ने मार्ग पर सीएम नीतीश कुमार ने परिवार के सदस्यों के साथ छठ पूजा की। भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई। उन्होंने यहां भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया और आराधना की। इस मौके पर उनके परिजनों के अलावा कई अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
उधर, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तारापुर में अपने परिजनों के बीच अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और बिहार के विकास, उन्नति एवं संपन्नता की कामना की। पटना के विभिन्न छठ घाटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा है।
पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के लगभग 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों को छठव्रतियों के अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है। सभी घाटों पर व्रती पहुंचे और भगवान भास्कर की आराधना की। गंगा तट पर बने छठ घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। इन सभी स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
पटना की सभी सड़कें रंग-बिरंगी दूधिया रोशनी और आकर्षक तोरण-द्वारों से सजी हुई हैं। व्रतियों को छठ घाट जाने में किसी तरह की परेशानी न हो, इसे लेकर मोहल्लों से लेकर गलियों तक पक्की सड़कों पर युवाओं और बच्चों ने झाड़ू लगाकर उस पर पानी का छिड़काव किया। रविवार की शाम को व्रतियों ने खरना किया और लोग खरना का प्रसाद पाने के लिए देर रात तक व्रतियों के घर पहुंचते रहे।
खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास प्रारंभ हो गया। पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी मंगलवार को उदीयमान सूर्य के अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा। इसके बाद व्रती फिर अन्न-जल ग्रहण कर ‘पारण’ करेंगे।













