नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार में 18वीं विधानसभा का पहला शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू होने वाला है, जो हाल ही में खत्म हुए विधानसभा चुनाव के बाद विधानसभा काम की औपचारिक शुरुआत होगी।
1 से 5 दिसंबर तक चलने वाले पांच दिन के सत्र में कई जरूरी काम होंगे, जिसकी शुरुआत नए चुने गए विधायकों के शपथ ग्रहण से होगी और आखिर में नए स्पीकर का चुनाव होगा।
सत्र की शुरुआत सभी 243 विधायकों के शपथ ग्रहण से होगी, जिन्हें प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव शपथ दिलाएंगे। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इससे पहले राजभवन में एक सादा समारोह में यादव को पद की शपथ दिलाई थी।
पटना में विधानसभा परिसर के आसपास सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं और भीड़ को नियंत्रित करने और कार्रवाई को आसानी से चलाने के लिए कई स्तरों में सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
सोमवार को शपथ लेने के बाद मंगलवार को स्पीकर के चुनाव पर फोकस होगा। इस पोस्ट ने काफी राजनीतिक ध्यान खींचा है।
भाजपा सत्ताधारी गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू 85 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है। ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा इस प्रतिष्ठित पद के लिए अपना दावा कर सकती है, हालांकि बातचीत सफल होती है तो आम सहमति वाला उम्मीदवार सामने आ सकता है।
बुधवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान असेंबली एनेक्सी के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों, विधानसभा और विधान परिषद को अपना जॉइंट एड्रेस देंगे। इस एड्रेस में नई बनी एनडीए सरकार के आने वाले टर्म के लिए एजेंडा और प्राथमिकताएं बताई जाएंगी।
6 और 11 नवंबर को हुए दो चरण के चुनावों में एनडीए ने 202 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 35 सीटें मिलीं, जिनमें से 25 सीटें आरजेडी ने जीतीं।




