बिहार: सबौर बिहार कृषि विश्वविद्यालय को एनएएसी ने ग्रेड ए दिया, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने खुशी जताई

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पटना, 7 जून (आईएएनएस)। भागलपुर के बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) ने मूल्यांकन चक्र में ग्रेड ए प्रदान किया है। यह अगले पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगा। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय को राज्य के शीर्ष संस्थानों में और देश के मान्यता प्राप्त कृषि विश्वविद्यालयों की अग्रिम पंक्ति में स्थापित करती है।

इधर, इस उपलब्धि पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने प्रसन्नता जताते हुए इसे बिहार के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। उन्होंने बताया कि यह गौरव का क्षण है, जिसने यह प्रमाणित कर दिया है कि बिहार अब उच्च शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में मजबूती से खड़ा है।

उप मुख्यमंत्री सिन्हा ने कहा कि यह सफलता विश्वविद्यालय के संकल्प, संजीवनी मेहनत और सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। शिक्षकों, वैज्ञानिकों, कर्मचारियों, छात्रों और किसानों के सहयोग से जो अकादमिक वातावरण विकसित हुआ है, वही इस गौरवपूर्ण मान्यता का आधार बना है। उन्होंने कहा, “इस उपलब्धि ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार सरकार द्वारा शिक्षा और कृषि क्षेत्र को दिए जा रहे विशेष प्रोत्साहन के सकारात्मक परिणाम अब राष्ट्रीय मंच पर दिखने लगे हैं।”

उन्होंने बताया कि एनएएसी की टीम ने 28 मई से 30 मई तक विश्वविद्यालय का दौरा कर शैक्षणिक, प्रशासनिक, आधारभूत संरचना, अनुसंधान और प्रसार से संबंधित सभी पहलुओं का गहन मूल्यांकन किया। यह मान्यता विश्वविद्यालय की उच्च शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और राष्ट्रीय निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। केवल 15 वर्षों की अल्प अवधि में 3.08 सीजीपीए अर्जित कर विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरवपूर्ण मान्यता विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, समावेशी विकास, अनुसंधान प्रगति, और प्रशासनिक पारदर्शिता की निरंतर साधना का परिणाम है। यह ग्रेडिंग राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप विश्वविद्यालय की कार्यनीति और क्रियान्वयन को भी दर्शाता है। बिहार कृषि रोडमैप का प्रभावी कार्यान्वयन और राज्य सरकार के सशक्त नेतृत्व ने इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।