बीजापुर, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के बस्तर रेंज में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ जारी अभियानों के तहत सुरक्षा बलों ने सघन कार्रवाई तेज कर दी है। इसी कड़ी में वेस्ट बस्तर डिवीजन क्षेत्र में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त टीम ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम घने जंगलों और दुर्गम इलाकों में माओवादियों की हलचल को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ रही है। अभियान के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच कई बार रुक-रुक कर फायरिंग की स्थिति बनी, जिसके बाद दोनों पक्ष सतर्कता के साथ मोर्चे पर डटे हुए हैं। फिलहाल ऑपरेशन पूरी गंभीरता और रणनीति के साथ जारी है।
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि अभियान से संबंधित किसी भी महत्वपूर्ण सूचना या परिणाम की जानकारी स्थिति स्पष्ट होने पर उचित समय पर साझा की जाएगी। फिलहाल स्थिति को देखते हुए इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती और भी मजबूत कर दी गई है, ताकि किसी भी संभावित जोखिम को रोका जा सके और माओवादी प्रभाव को कम किया जा सके।
इससे पहले, 27 नवंबर को बीजापुर के थाना बासागुड़ा पुलिस और सुरक्षा बलों ने जंगलों में बने चार माओवादी स्मारकों को ध्वस्त कर दिया। ग्राम गुट्टूम के घने जंगलों में तीन माओवादी स्मारक बनाए गए थे, जबकि ग्राम नेण्ड्रा के जंगल में एक स्मारक स्थित था। सुरक्षा बलों ने इन सभी स्मारकों को नष्ट कर दिया।
सुरक्षा बलों के अनुसार, लगातार चल रहे सर्च अभियान और सक्रिय निगरानी के कारण ऐसे अवैध और जनविरोधी ढांचे अब नष्ट किए जा रहे हैं। यह कार्रवाई न केवल माओवादी गतिविधियों को रोकने में सहायक होगी, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में सुरक्षा और शांति स्थापित करने में भी मदद करेगी।
स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की धमकी या दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए और माओवादियों के खिलाफ सतर्क रहना चाहिए। अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि इलाके में आम लोगों के लिए सुरक्षा और राहत व्यवस्था मजबूत बनी रहे।

