भाजपा के ‘राष्ट्रवाद’ के नैरेटिव का काउंटर किसी के भी पास नहीं है: तारिक अनवर चंपारनी

0
4

नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। जन सुराज पार्टी के नेता तारिक अनवर चंपारनी ने बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर कहा कि विश्लेषण तो पूरे पांच वर्ष होता रहेगा, लेकिन तीन वर्षों तक बिहार की गलियों का खाक छानने के बाद मेरा एक लाइन का विश्लेषण है। भाजपा के ‘राष्ट्रवाद’ के नैरेटिव का काउंटर नैरेटिव किसी के भी पास नहीं है।

तारिक अनवर चंपारनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि जब तक इसका काउंटर नहीं निकलेगा, तब तक उनको अशब्द बोलकर आत्मसंतुष्टि का मजा लेते रहिए।

उन्होंने कहा कि जितना उनको अपशब्द बोले जाते हैं, गांव का गरीब हिंदू उसे अपने आत्मसम्मान एवं अभिमान से जोड़कर देखना शुरू कर देता है।

बाद में उन्होंने लिखा कि मेरी बातों से सहमत होना और न होना आपका लोकतांत्रिक अधिकार है।

इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत को जन सुराज ने ‘खरीदा’ हुआ बताया। जन सुराज का मानना है कि सरकार ने जनता के पैसे से वोट खरीदे।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में इस जनादेश का सम्मान करते हुए मतदाताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने एनडीए की जीत पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होंने कहा कि हमें और खुशी होती कि एनडीए का प्रचंड बहुमत उनके किए गए कार्य के आधार पर मिलता, लेकिन यह जगजाहिर है कि यह प्रचंड बहुमत खरीदा हुआ है।

उन्होंने कहा कि जन सुराज और बिहार के लोगों का मानना है कि 21 जून के बाद चुनाव तक 40 हजार करोड़ रुपए खर्च कर बहुमत खरीदा गया। जनता के पैसे से जनता के वोट खरीदे गए और बिहार के भविष्य को बेचा गया। यह जो पैसे खर्च किए गए, वह शक्ति बिहार की अर्थव्यवस्था में नहीं है।

उन्होंने आरोप यह भी लगाया कि सुना जा रहा है कि विश्व बैंक से जो कर्ज मिला था, उसके पैसे भी महिलाओं को देने में लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को जो पैसा मिला उससे उन्हें लगा कि यह वरदान है। प्रचंड बहुमत का यही कारण है।

उन्होंने एनडीए से मांग करते हुए कहा कि बिहार में एक साफ-सुथरी सरकार बने जिसमें भ्रष्ट और दागी लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान न मिले। सरकार बिहार की चिंता करे। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग लगाने के लिए सोचे।