भाजपा सांसद भीम सिंह ने विपक्ष पर बोला तीखा हमला, अल्पसंख्यक के मानदंड बदलने की मांग

0
5

नई दिल्ली, 1 दिसंबर(आईएएनएस)। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए। उन्होंने कहा कि पराजय ने कुछ दलों को परेशान कर दिया है। मैं उन्हें टिप्स देने के लिए तैयार हूं कि उन्हें कैसा प्रदर्शन करना चाहिए। पीएम के इस बयान पर भाजपा सांसद भीम सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।

राज्यसभा सदस्य भीम सिंह ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री का दिल इतना बड़ा है कि वह विरोधियों को भी मजबूत देखना चाहते हैं, लेकिन विपक्ष है कि मानता ही नहीं। यही कारण है कि हर चुनाव में विपक्ष को हार का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हैं। वे एसआईआर का मुद्दा उठा रहे थे, तो क्या ये मुद्दा काम आया? यह कोई मुद्दा ही नहीं था। एसआईआर से आम लोगों को कोई दिक्कत नहीं है। दिक्कत विपक्ष के लोगों को ही है कि कैसे रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशियों को वोट देने का अधिकार मिले।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पूर्व उपराष्ट्रपति के विदाई का मुद्दा सदन में उठाने पर भाजपा सांसद ने कहा कि वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। यह कांग्रेस पार्टी ही थी जो पूर्व उपराष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। अब जब स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने इस्तीफा दे दिया तो घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

कोलकाता में सामूहिक गीता पाठ पर उन्होंने कहा कि गीता हमारा धर्मग्रंथ है। वह राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक है। पांच लाख लोग एक साथ गीता पाठ करें तो यह अच्छी बात है, लेकिन उसी पश्चिम बंगाल में टीएमसी के विधायक बाबरी मस्जिद बनाने की बात कर रहे हैं। इसी तरह की तुष्टिकरण की राजनीति के कारण विपक्ष का यह हाल है। विपक्षी पार्टियां भारत की जड़ों को खोदती हैं, इसलिए वोट उन्हें नहीं मिलता।

एससी/एसटी एक्ट को लेकर रामभद्राचार्य के बयान पर भीम सिंह ने कहा कि रामभद्राचार्य धर्म क्षेत्र के गुरु हैं। समाज व्यवस्था सरकार देखती है और इसमें सुधार के लिए सरकार ने कानून बनाया है। उनकी राय हो सकती है, लेकिन यह एक्ट है और रहेगा। इसमें बदलाव की जरूरत नहीं है।

बिहार में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस नेता तारिक अनवर के बयान पर बीजेपी सांसद ने कहा कि कांग्रेस में मतभेद चल रहा है। कांग्रेस ने बिहार की हार की समीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में की। इस्तीफा राहुल गांधी को देना चाहिए। उनके नेतृत्व को जनता बार-बार नकार रही है।

असम में बहुविवाह के खिलाफ लाए गए कानून को लेकर भीम सिंह ने कहा कि 80 प्रतिशत जनता पर यह कानून पहले से ही लागू है। बचे हुए लोगों के लिए अगर कानून लाया गया है तो इसमें कुछ गलत नहीं है।

भाजपा सांसद भीम सिंह ने बताया कि उन्होंने अल्पसंख्यक कैसे तय किया जाता है, उसके मानदंड को बदलने की मांग की। अभी राष्ट्रीय स्तर पर आबादी को देखकर अल्पसंख्यक तय किया जाता है। इसके हिसाब से मुसलमान अल्पसंख्यक माने गए हैं, लेकिन कई जगहों पर मुसलमान बहुसंख्यक हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि कितना दुखद है कि जम्मू-कश्मीर में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, लेकिन इसका फायदा मुसलमान उठा रहे हैं। कई जिले भी ऐसे हैं जहां यही स्थिति है। अब समय है कि अल्पसंख्यक की परिभाषा की समीक्षा होनी चाहिए। अब राज्य और जिला स्तर पर इसे देखा जाना चाहिए।

उन्होंने मौलाना अरशद मदनी के बयान पर पलटवार किया और कहा कि मुंबई आतंकी हमला और पहलगाम हमले के बाद उन्होंने जिहाद क्यों नहीं किया? क्या वह जुल्म नहीं था? ये लोग इसके खिलाफ नहीं बोलेंगे। मदनी मीठा लगाकर जहर खिलाने का काम कर रहे हैं।