काली हल्दी: एक ऐसा पौधा, जिसकी जड़ों में छीपा है औषधीय गुणों का खजाना
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। काली हल्दी एक बहुत ही खास और दुर्लभ पौधा है, जिसे आम हल्दी की तरह रोजमर्रा के मसाले के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाता, बल्कि इसे आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में एक शक्तिशाली औषधि माना गया है। इसका वैज्ञानिक नाम कुरकुमा कैसिया है।
रोजाना बच्चों को दूध देना सही है? सही समय और मात्रा जानना भी है...
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। सर्दियों में दूध लेना हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है। सर्दियों के मौसम में दूध के साथ गुड़, खजूर और केसर का भी सेवन किया जाता है।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाती हैं सिरदर्द और माइग्रेन की शिकायतें? आयुर्वेद से जानें...
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। सर्दियों के आते ही बहुत से लोगों में सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है, खासकर माइग्रेन वाले लोगों के लिए ये मौसम सच में टॉर्चर बन जाता है। सुबह की ठंडी हवा, धूप की कमी, शरीर में रक्तसंचार धीमा होना और दिनचर्या का गड़बड़ होना ये सब मिलकर सिरदर्द की वजह बनते हैं। खासकर ठंडी हवा सीधे माथे या कान से टकराए, तो मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं और 'ब्रेन फ्रीज' जैसा तेज दर्द शुरू हो जाता है। इसके अलावा, सर्दियों में प्यास कम लगने की वजह से डिहाइड्रेशन भी सिरदर्द को बढ़ा देता है।
सर्दियों में धूप सेंकना न सिर्फ आरामदायक, बल्कि सेहत के लिए भी है वरदान,...
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। सर्दियों की सुबह का अपना ही मजा है। हल्की ठंड, कोहरा और सूरज की सुनहरी किरणें... ये न सिर्फ शरीर और आंखों के लिए आरामदायक, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है। हमारे बुजुर्ग भी हमेशा कहते थे कि रोज थोड़ी देर धूप में जरूर बैठना चाहिए।
भूलने की आदतों का नया नाम ‘डिजिटल डिमेंशिया’, बढ़ा रही मस्तिष्क की थकान और...
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। आज के डिजिटल युग में हमारी याददाश्त पर तकनीक का असर साफ दिख रहा है। पहले हम छोटे-छोटे काम, जैसे किसी नंबर को याद रखना, बच्चों को पहाड़े सिखाना या हाल ही में देखी गई फिल्म को याद करना, आसानी से कर लेते थे। लेकिन अब, स्मार्टफोन, इंटरनेट और एप्स के इस दौर में मस्तिष्क को लगातार सुविधा मिल रही है, जिससे इसकी स्वाभाविक क्षमता धीरे-धीरे कमजोर हो रही है।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है खर्राटों की समस्या? जानें इसके वैज्ञानिक कारण
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग खर्राटों की समस्या से जूझ रहे हैं। आमतौर पर लोग इसे हल्के में ले लेते हैं, लेकिन यह न सिर्फ नींद की गुणवत्ता खराब करते हैं, बल्कि धीरे-धीरे सेहत पर भी असर डालते हैं।
गंभीर लिवर रोग के इलाज में नई उम्मीद, मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ने दिखाए सकारात्मक नतीजे
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दुर्लभ लिवर रोग प्राइमरी स्क्लेरोसिंग कोलेंजाइटिस (पीएससी) से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। एक नई मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दवा 'नेबोकिटुग' ने हाल ही में हुए क्लिनिकल ट्रायल में सुरक्षित होने के साथ-साथ प्रभावी नतीजे दिखाए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह खोज ऐसे समय में आई है, जब इस बीमारी के लिए लिवर ट्रांसप्लांट के अलावा कोई ठोस इलाज उपलब्ध नहीं था।
पाकिस्तान में सरकारी अस्पताल खस्ताहाल, दवाएं नदारद और जांच की व्यवस्था भी नहीं
इस्लामाबाद, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में करीब 4 हजार बच्चे एचआईवी पॉजिटिव हैं। ये दावा यूरोपियन टाइम्स की एक रिपोर्ट ने हाल ही में किया। आंकड़ों की जुबानी खस्ताहाल सिस्टम की कहानी बयां की गई है। अब पाकिस्तान का स्थानीय मीडिया भी सरकारी अस्पतालों की जर्जर व्यवस्था की बात कर रहा है। सिंध के हैदराबाद स्थित बड़े जिला अस्पताल की बदहाली का कारण जिम्मेदार अफसरों की अनदेखी को बता रहा है।
शिशिर ऋतु : इन आयुर्वेदिक तरीकों से बढ़ेगी इम्युनिटी, जानें क्या करें, क्या नहीं
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। शिशिर ऋतु यानी दिसंबर से मध्य फरवरी तक का ठंडा मौसम शरीर के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इस समय ठंडी हवाएं चलती हैं और शरीर को सामान्य दिनों से ज्यादा गर्माहट तथा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सही खान-पान और दिनचर्या का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। आयुर्वेद बताता है कि शिशिर ऋतु में क्या करें और क्या नहीं।
सर्दियों में इस समय वॉक करने से दिल और फेफड़े होते है मजबूत, वजन...
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। मोबाइल, स्क्रीन और बैठकर काम करने की आदत ने शरीर को सुस्त बना दिया है। ऐसे में अगर कोई सबसे आसान और असरदार उपाय है, तो वह है वॉक यानी टहलना। आयुर्वेद में चलने को सेहत के लिए अहम माना गया है, वहीं विज्ञान भी इसे सेहत की नींव मानता है।

