गुड़ से लेकर काले चने तक… खून की कमी दूर करने के लिए रोजाना...
नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। खून की कमी यानी एनीमिया एक आम समस्या है, जो बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती है। खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। अगर खून में आरबीसी या हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाए, तो शरीर को जरूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और थकान, कमजोरी, चक्कर आने जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ऐसे में अगर हम खानपान में कुछ चीजों को शामिल करें तो खून की कमी की समस्या को दूर किया जा सकता है। यह वैज्ञानिकों की रिसर्च में भी साबित हुआ है।
चेहरे की खूबसूरती पर भारी पड़ रही है डबल चिन, जानें योग से कैसे...
नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। आजकल ज्यादातर लोग अपने बढ़ते वजन के साथ-साथ डबल चिन की समस्या से भी काफी परेशान हैं। यह न सिर्फ आपकी खूबसूरती पर असर डालती है, बल्कि यह आपकी सेहत और लाइफस्टाइल का भी आइना होती है। बदलती जीवनशैली, लगातार एक ही पोजिशन में बैठना, मोटापा और बढ़ती उम्र... ये सभी डबल चिन के बड़े कारण बनते जा रहे हैं। लेकिन एक अच्छी बात ये है कि अगर आप थोड़ी मेहनत करें और नियमित रूप से कुछ खास योगासन अपनाएं, तो इस समस्या से आसानी से निजात पा सकते हैं।
दही या छाछ… मानसूनी सीजन में बेहतर विकल्प क्या?
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। गर्मी में दही और छाछ जैसे पेय पदार्थों की मांग बढ़ जाती है। दोनों ही गर्मी में ठंडक पहुंचाते हैं और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके ठीक बाद मानसून का आगाज होता है। मूसलाधार बारिश होती है और ऐसे में अक्सर सवाल उठता है कि अब बेहतर क्या है छाछ या दही!
बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से राहत दिला सकते हैं कद्दू के बीज, जानें क्या कहती है...
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। काम का दबाव, गलत खानपान और शारीरिक मेहनत की कमी के कारण लोग धीरे-धीरे बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। खासतौर पर दिल से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिनकी एक बड़ी वजह शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है। कोलेस्ट्रॉल एक तरह की चर्बी होती है जो शरीर में थोड़ी मात्रा में जरूरी होती है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है तो दिल की नलियों में जमा होकर खून के बहाव में रुकावट पैदा कर सकती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी हो जाता है। दवाइयों के साथ-साथ कुछ प्राकृतिक चीजें भी इसमें मदद कर सकती हैं और कद्दू के बीज उन्हीं में से एक हैं।
कहीं आप भी तो नहीं ‘फैट वॉलेट सिंड्रोम’ के शिकार, जानें होता है क्या?
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। ज्यादातर लोग अपनी पैंट की पिछली जेब में वॉलेट रखना पसंद करते हैं। यह एक आम आदत है, लेकिन यह छोटी सी आदत आपके शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। अक्सर हम बिना सोचे-समझे इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि हमारी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालती हैं। इस कड़ी में वैज्ञानिकों ने कई शोध किए हैं, जिनमें से एक शोध में सामने आया है कि पैंट की पिछली जेब में वॉलेट रखना हमारे शरीर के संतुलन को बिगाड़ सकता है।
मकरासन से मिलेगी शांति, आयुष मंत्रालय ने बताया इसका सही तरीका और फायदे
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। आज के समय में हर कोई किसी न किसी तनाव में जी रहा है। बच्चे पढ़ाई का बोझ लेकर परेशान हैं, बड़े दफ्तर और नौकरी की चिंता में उलझे हैं, तो बुजुर्ग अपने शरीर की तकलीफों से जूझ रहे हैं। सुबह से शाम तक भागदौड़, काम का दबाव, अनियमित खानपान और मोबाइल पर बढ़ता समय हमारी जीवनशैली को इस कदर बदल चुका है कि अब लोग छोटी उम्र में ही तरह-तरह की बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। ऐसे में शरीर और मन को एक साथ स्वस्थ रखने का सबसे आसान और प्रभावशाली उपाय योग माना जाता है।
40 के बाद महिलाएं जरूर लगवाएं ये वैक्सीन, नहीं पड़ेंगी बीमार
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। 40 से 45 वर्ष की आयु में महिलाएं मेनोपॉज या पेरीमेनोपॉज के दौर से गुजरती हैं। इस उम्र में शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें इम्यून सिस्टम का कमजोर होना भी शामिल है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि इस उम्र में महिलाओं को सभी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा दी जाए, जो उन्हें बीमारियों से बचा सकें।
गंभीर बीमारियों से बचाएंगे ये टीके, किशोरियों को समय पर लगवाना जरूरी
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। बचपन और युवावस्था के बीच का समय, यानी किशोरावस्था, एक ऐसा दौर होता है जब लड़कियों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से तेजी से विकास होता है। यह उम्र न केवल उनके भविष्य की नींव रखती है, बल्कि उनके आने वाले मातृत्व की दिशा भी तय करती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि इस उम्र में लड़कियों को ऐसी सभी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा दी जाएं, जो उन्हें बीमारियों से बचा सके। खासतौर पर ऐसे रोग, जो भविष्य में गर्भावस्था के समय मां और बच्चे दोनों के लिए खतरा बन सकते हैं।
सुबह-सुबह गर्म पानी पीने की डालें आदत, घर बैठे करें शरीर को डिटॉक्स
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। हर सुबह की शुरुआत हम किसी न किसी आदत से करते हैं, कोई चाय पीता है, कोई अखबार पढ़ता है, तो कोई जल्दी-जल्दी तैयार होकर ऑफिस भागता है। लेकिन इन सबके बीच एक आदत ऐसी भी है जो न ज्यादा समय लेती है, न ज्यादा मेहनत मांगती है, और न ही कोई खर्च कराती है... ये आदत है सुबह-सुबह गर्म पानी पीने की।
शरीर को लचीलापन और मन को शांति देता है वक्रासन, आयुष मंत्रालय ने बताए...
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव, पाचन संबंधी गड़बड़ी और डायबिटीज जैसी बीमारियां आम होती जा रही हैं। लोग काम के बोझ, अनियमित दिनचर्या और गलत खानपान के कारण न सिर्फ मानसिक रूप से थक जाते हैं, बल्कि शारीरिक रूप से भी कमजोर होते जा रहे हैं। ऐसे में योग एक ऐसा साधन बनकर उभरा है, जो न केवल इन समस्याओं से राहत देता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन को संतुलित करता है। इन्हीं योगासनों में से एक है 'वक्रासन'।