धमतरी, 4 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक छोटे से गांव में कमार जनजाति की महिला सोनिया बाई के जीवन का सबसे यादगार दिन बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उन्हें नए पक्के घर की चाबी मिली। जैसे ही प्रधानमंत्री ने चाबी सौंपी, सोनिया बाई की आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े। उनके चेहरे की मुस्कान यह बता रही थी कि अब उनका सपना सच हो गया है।
सोनिया बाई ‘कमार’ जनजाति से हैं, जो लंबे समय से मिट्टी और फूस के घर में जीवन बिता रही थीं। बरसात के मौसम में घर की छत टपकती थी, दीवारें भीग जाती थीं, और हर साल बारिश का डर बना रहता था, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों पक्के घर की चाबी मिलने के बाद सोनिया बाई और उनका परिवार गर्व महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए आईएएनएस से कहा, “पहले हम मिट्टी के कच्चे घर में रहते थे, बरसात में छत से बारिश का पानी टपकता था। अब प्रधानमंत्री के हाथों चाबी मिलने पर बहुत गर्व और खुशी हो रही है। अब हमें सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिलेगा।”
सोनिया बाई के पति ढुल्लू कमार ने भी अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “पहले हमारा घर झोपड़ी का था, बारिश में बहुत परेशानी होती थी। अब प्रधानमंत्री की ओर से मिला पक्का घर हमारे लिए वरदान जैसा है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को दिल से धन्यवाद देता हूं।”
दरअसल, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘पीएम जनमन योजना’ के तहत जनजातीय समुदायों को मुख्यधारा में लाना है। इसी के तहत उन वर्गों को पक्का आवास उपलब्ध कराया जा रहा है, जो अब तक कच्चे घरों में रह रहे थे।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की रजत जयंती समारोह के अवसर पर राजधानी रायपुर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के 3 लाख 51 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। इसी समारोह में कई लाभार्थियों को घरों की चाबियां भी सौंपी गईं।





