नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन गुजरात के अहमदाबाद शहर में हो सकता है। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद की सिफारिश करने की पुष्टि की है। भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन रहता है। बर्मिंघम में 2022 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय दल चौथे स्थान पर रहा था। 2026 में कॉमनवेल्थ गेम्स स्कॉटलैंड के ग्लासगो में होंगे। भारतीय टीम अपने पिछले प्रदर्शन को और बेहतर करने के इरादे से उतरेगी। आइए जानते हैं कि कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की तरफ से किन खिलाड़ियों ने अधिक पदक जीते हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए सबसे ज्यादा पदक जसपाल राणा ने जीते हैं। राणा ने 9 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल सहित कुल 15 मेडल जीते हैं। सर्वाधिक पदक जीतने के मामले में दूसरे नंबर पर टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल हैं। कमल ने कुल 13 मेडल अपने नाम किए हैं, जिनमें 7 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज शामिल हैं।
तीसरे नंबर पर अंजलि भागवत का नाम है। इस शूटर ने कुल 10 मेडल जीते हैं, जिसमें 6 गोल्ड, 3 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। शूटर विजय कुमार ने कॉमनवेल्थ खेलों में 8 मेडल जीते हैं। इसमें 4 गोल्ड, 2 रजत और 2 कांस्य मेडल हैं। शूटर संजीव राजपूत ने 3 गोल्ड, 3 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल सहित 7 मेडल जीते हैं।
भारतीय टीम का कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन रहा है। भारत ने सबसे पहले 1934 में लंदन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लिया था। उस समय ये खेल ‘ब्रिटिश एम्पायर गेम्स’ के नाम से जाने जाते थे। 1930 में शुरू हुए इस वैश्विक इवेंट के दूसरे संस्करण में भारत ने पहली बार हिस्सा लिया था। अब तक भारतीय दल 564 मेडल जीत चुका है। इसमें 203 गोल्ड, 190 सिल्वर और 171 कांस्य हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में सबसे ज्यादा पदक जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। ऑस्ट्रेलिया ने 2,596 पदक जीते हैं, जिसमें 1,001 गोल्ड हैं। दूसरे नंबर पर इंग्लैंड और तीसरे नंबर पर कनाडा है। इंग्लैंड के पास 2,322 और कनाडा के पास 1,647 पदक हैं।