मुंबई, 23 जून (आईएएनएस)। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और पूर्व विधायक आसिफ शेख द्वारा मुगल शासक औरंगजेब को पवित्र व्यक्ति बताए जाने पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि संविधान में एक बदलाव किया जाए और उसमें कहा जाए कि किसी भी मुस्लिम को जायज बात बोलना मना है।
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, “मुझे अगले सेशन में बैन नहीं होना है, क्योंकि आगामी सत्र में मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए बजट मांगना है। क्या आप मुझसे बयान लेकर सदन से निकलवाना चाहते हैं? मैं अब एक कपड़ा लेकर आऊंगा और उसे अपने मुंह पर बांध लूंगा। मुझे लगता है कि यहां बोलने का अधिकार खत्म हो गया है। मैं इतना ही कहूंगा कि संविधान में एक बदलाव किया जाए और उसमें कहा जाए कि किसी भी मुस्लिम को जायज बात बोलना मना है, क्योंकि यहां कोई सच बात नहीं बोल सकता है।”
ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से निकाले जा रहे भारतीयों को के लिए अबू आजमी ने केंद्र सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा, “भारत के नागरिक चाहे ईरान में फंसे हों या फिर इजरायल में फंसे हों, उन्हें वहां से सुरक्षित निकालकर लाना चाहिए। मैं भारत सरकार का आभार प्रकट करता हूं, जो युद्धक्षेत्र में फंसे भारतीयों को सुरक्षित ला रही है।”
कांग्रेस नेता आसिफ शेख ने अपने बयान में कहा, “औरंगजेब एक बहुत ही पवित्र व्यक्ति था। उसे केवल राजनीति के लिए बदनाम किया जा रहा है।”
उल्लेखनीय है कि मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ को लेकर सपा नेता अबू आजमी भी विवादों में फंस चुके हैं।
उससे पहले अबू आजमी ने कहा था, “औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था। उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना। मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं। औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं थी। औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया। औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है।”