मुंबई,24 सितंबर(आईएएनएस)। बॉलीवुड के किंग खान के नाम से मशहूर शाहरुख खान को उनकी फिल्म ‘जवान’ के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यह शाहरुख के करियर का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। जहां उनके प्रशंसक इस उपलब्धि पर खुशी जता रहे हैं, वहीं इस पुरस्कार को लेकर राजनीतिक बहस भी छिड़ गई है। महाराष्ट्र से कांग्रेस नेता भाई जगताप ने दावा किया है कि शाहरुख खान को यह पुरस्कार मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए दिया गया।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने बीएमसी चुनाव और बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि यह कदम वोटरों को आकर्षित करने के लिए उठाया गया है। जगताप ने भाजपा नेताओं के उन बयानों का भी जवाब दिया, जिनमें कहा गया कि कांग्रेस सरकार में शाहरुख को यह सम्मान नहीं मिला, जबकि भाजपा सरकार ने उन्हें यह पुरस्कार दिया।
भाई जगताप ने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना बहुत बड़ा सम्मान है, लेकिन शाहरुख खान बहुत पहले ही उस मुकाम पर पहुंच चुके हैं। दुनिया उन्हें पहचानती है, और यह पुरस्कार उनके कद को और बढ़ाता है। अगर कांग्रेस पर आरोप लग रहे हैं, तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि उनसे पहले कई अन्य कलाकारों को भी इस तरह सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या शाहरुख खान का सम्मान इसलिए किया गया क्योंकि वे एक उत्कृष्ट कलाकार हैं या इसलिए कि वे मुस्लिम हैं? यह एक बड़ा सवाल है। क्या बीएमसी चुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटों को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया? जगताप ने आगे कहा कि मुस्लिम समुदाय में भाजपा को लेकर गुस्सा है और ऐसे में यह सम्मान एक राजनीतिक हथकंडा हो सकता है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को कांग्रेस नेता ने फोटोशूट करार दिया है। उन्होंने किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी यह मांग की थी और अब भी कर रहे हैं। सितंबर समाप्त होने को है, बारिश के कारण किसानों की स्थिति खराब है। सभी किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के हालिया दौरे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पहले दौरा नहीं किया, अब फोटोशूट के लिए जा रहे हैं। जनता सब समझ चुकी है, और वोट चोरी का कच्चा-चिट्ठा भी जल्द सामने आएगा।