नोएडा, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में हल्की हवा चलने से मामूली राहत मिली है, लेकिन हालात अब भी बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी के बीच बना हुआ है। इससे सांस से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों के साथ-साथ स्वस्थ व्यक्तियों को भी परेशानी का खतरा बढ़ गया है।
ग्रेटर नोएडा में दर्ज किए गए आंकड़ों के अनुसार एक्यूआई 292 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। यहां नॉलेज पार्क-III में 261 और नॉलेज पार्क-V में 323 का स्तर रिकॉर्ड किया गया। स्वास्थ्य प्रभाव सूचना में स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि ऐसी हवा लंबे समय तक सांस लेने में असुविधा और श्वसन संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकती है।
गाजियाबाद में भी स्थिति बेहतर नहीं दिखी। इंदिरापुरम में 284, संजय नगर में 273, वसुंधरा में 276 और लोनी में एक्यूआई 360 दर्ज हुआ, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। वहीं नोएडा में भी प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक रहा। सेक्टर-125 में 355, सेक्टर-1 में 320 और सेक्टर-116 में 332 का एक्यूआई दर्ज किया गया। दिल्ली के प्रमुख मॉनिटरिंग स्टेशनों से प्राप्त आंकड़े स्थिति को और गंभीर बनाते हैं।
पूसा, आरके पुरम, रोहिणी, शादीपुर और वजीरपुर जैसे क्षेत्रों में एक्यूआई 320 के आसपास से 345 तक रिकॉर्ड किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर के प्रदूषण में बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या हृदय रोग से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
उधर मौसम विभाग के अनुसार तापमान में भी बदलाव देखने को मिलेगा। दिसंबर के पहले सप्ताह के पूर्वानुमान के मुताबिक न्यूनतम तापमान लगभग 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास स्थिर रहेगा, जबकि अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से घटकर 22 डिग्री सेल्सियस तक आने की संभावना है। ऐसे में फिलहाल रातों की अपेक्षा दिन के तापमान में गिरावट होगी और दिन में भी लोगों को ठंड का अधिक एहसास हो सकता है।
हवा की रफ्तार बढ़ने के कारण प्रदूषण में हल्की कमी हो सकती है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों तक एक्यूआई में बड़े सुधार की संभावना कम ही है। ऐसे में चिकित्सकों ने लोगों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है, जिसमें मास्क पहनकर बाहर निकलना, सुबह की वॉक या आउटडोर एक्सरसाइज से परहेज करना, घर की खिड़कियों में एयर फिल्टर का प्रयोग और पानी अधिक मात्रा में पीना शामिल है।




