नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र 4 अगस्त से शुरू हो रहा है। सत्र के पहले दिन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सदन के पटल पर दो महत्वपूर्ण सीएजी (नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) रिपोर्ट्स पेश करेंगी। एक रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2023-24 के स्टेट फाइनेंस और दूसरी रिपोर्ट ‘वॉल्फेयर ऑफ बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स’ से जुड़ी है।
जानकारी के अनुसार, सीएजी की पहली रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए दिल्ली के स्टेट फाइनेंस से जुड़ी है, जिसमें राज्य की वित्तीय स्थिति, सरकारी खर्चों, और वित्तीय प्रबंधन की समीक्षा की गई है। वहीं, दूसरी रिपोर्ट 31 मार्च 2023 को समाप्त हुए वर्ष के लिए निर्माण श्रमिकों के लिए लागू योजनाओं और उनके कल्याण के लिए किए गए प्रयासों की जांच करती है।
सीएम रेखा गुप्ता द्वारा इन रिपोर्ट्स को पेश करने के साथ ही सत्र में इन पर चर्चा होने की संभावना है। विपक्षी दल, खासकर आम आदमी पार्टी (आप), सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर सकते हैं।
इस सत्र के दौरान झुग्गी तोड़ने जैसे मुद्दों पर भी विपक्ष की ओर से सरकार पर सवाल उठाए जाने की संभावना है। वहीं, सरकार अपनी उपलब्धियों को मानसून सत्र के दौरान सामने रख सकती है।
बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को जानकारी दी थी कि राष्ट्रीय राजधानी में इस बार का विधानसभा सत्र 4 अगस्त से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलेगा। इस बार के विधानसभा सत्र में शिक्षा से जुड़ा नया बिल लाया जाएगा।
विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, विधानसभा की बैठकें 4 अगस्त से 8 अगस्त तक निर्धारित की गई हैं। हालांकि, आवश्यकतानुसार सत्र की अवधि में विस्तार भी किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि इसी साल फरवरी में दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में स्वास्थ्य सेवाओं और शराब नीति को लेकर सीएजी रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। अब दो नई सीएजी रिपोर्ट के सामने आने के बाद हंगामे के आसार हैं।