देश के विकास में अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ. कलाम का योगदान अमूल्य: गजेंद्र सिंह शेखावत

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नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा आयोजित ‘सुशासन और अभिलेख’ प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी देश के विकास की यात्रा को दो महान व्यक्तित्वों-पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी और मिसाइल मैन स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के योगदान के माध्यम से दर्शाती है।

प्रदर्शनी में इन दोनों हस्तियों से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेजों को प्रदर्शित किया गया है, जो उनके व्यक्तित्व, विचारों और देश के प्रति उनकी सोच की विशालता को उजागर करते हैं। भारत के कैसे विकास में किस तरह का अमूल्य योगदान इन दोनों महान हस्तियों ने दिया है। इसके बारे में इस प्रदर्शनी में बताया गया है।

पत्रकारों से बातचीत में शेखावत ने कहा कि यह प्रदर्शनी भारत के बदलाव के दौर में एक नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी का भौतिक और डिजिटल स्वरूप करोड़ों लोगों तक पहुंचेगा, जिससे युवा पीढ़ी को वाजपेयी और कलाम की विरासत से प्रेरणा मिलेगी।

प्रदर्शनी में वाजपेयी के सुशासन और कलाम के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जुड़े दस्तावेजों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है, जो भारत के विकास में उनके योगदान को रेखांकित करते हैं।

मंत्री ने कहा कि यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक दस्तावेजों का संग्रह है, बल्कि यह देश के नागरिकों, खासकर युवाओं को यह समझने का अवसर देता है कि कैसे इन दो महान नेताओं ने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों और वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की, जबकि डॉ. कलाम ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

राष्ट्रीय अभिलेखागार का यह प्रयास इतिहास को जीवंत करने और भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शेखावत ने कहा कि इस तरह के आयोजन देश के गौरवशाली अतीत को संजोने और भविष्य के लिए प्रेरणा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।