नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को दिल्ली कार बम विस्फोट मामले की जांच के तहत जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर सर्च अभियान चलाया।
दोनों राज्यों में कई आरोपियों और संदिग्धों के परिसरों में की गई तलाशी के दौरान विभिन्न डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। जम्मू-कश्मीर के शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अवंतीपोरा जिलों में कुल आठ जगहों और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में एक जगह पर तलाशी ली गई।
एनआईए ने इससे पहले 26 और 27 नवंबर को अल फलाह विश्वविद्यालय परिसर और फरीदाबाद (हरियाणा) के अन्य स्थानों पर मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील गनी और डॉ. शाहीन सईद के ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली थी। इन तलाशियों के दौरान भारी मात्रा में नकदी, विदेशी मुद्रा, सोना और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई थी और बम विस्फोट की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए इनकी बारीकी से जांच की जा रही है।
आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने मामले में अब तक 7 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए की टीमें गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं और 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के बाहर हुए विस्फोट के सिलसिले में विभिन्न सुरागों की तलाश जारी रखे हुए हैं। इस घातक आतंकवादी हमले में 11 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे।
एनआईए बम हमले में शामिल आतंकवादी मॉड्यूल के प्रत्येक सदस्य का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर काम कर रही है।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 नवंबर को लाल किले के बाहर हुए भीषण कार बम धमाके के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज क्षेत्र का रहने वाला सोयब अहमद इस केस में सातवां गिरफ्तार आरोपी है।
एनआईए के अनुसार, सोयब ने मुख्य आरोपी आतंकवादी उमर उन नबी को धमाके से ठीक पहले सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया था और उसे लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया था।




