भुवनेश्वर, 2 जुलाई (आईएएनएस)। भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के कर्मचारियों ने लगातार दूसरे दिन अपना ‘काम बंद करो’ विरोध जारी रखा। वे काले बैज पहनकर कार्यस्थल पहुंचे और पूरी तरह से कलम बंद हड़ताल पर रहे।
यह विरोध हाल ही में अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर भाजपा पार्षद और उनके समर्थकों द्वारा किए गए हमले के जवाब में शुरू हुआ है। बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी सचिदानंद पति ने मीडिया से कहा, “इस घटना ने हमारे कर्मचारियों के मनोबल को बहुत ठेस पहुंचाई है। हम सिर्फ एक अधिकारी के लिए न्याय की मांग में विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि सभी कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए विरोध कर रहे हैं। हिंसा के ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
अधिकारी ने कहा कि विरोध कब तक जारी रहेगा, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, “जब तक दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम अपने रुख पर एकजुट हैं।” इस बीच, शहर में नागरिक संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि नियमित प्रशासनिक कार्य निलंबित हैं। बीएमसी प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की चिंताओं पर चर्चा के लिए एक बैठक भी की है।
उल्लेखनीय है कि गत 30 जून को भुवनेश्वर नगर निगम कार्यालय में हुई हिंसक घटना के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी ने अपने पांच प्राथमिक सदस्यों को निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी। ओडिशा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने हिंसा में शामिल होने के आरोपों के आधार पर नगरसेवक अपरूप नारायण राऊत, रश्मि रंजन महापात्रा, देबाशीष प्रधान, सचिकान्त स्वैन, और संजीव मिश्रा को निलंबित करने की घोषणा कर दी थी। इसकी पुष्टि खुद बीजेपी के मीडिया सेल ने की थी।
भाजपा का यह कदम बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को सोमवार को कथित तौर पर उनके कार्यालय से खींचे जाने और उपद्रवियों के एक समूह द्वारा हमला किए जाने के बाद लिया गया था। इस घटना के बाद अधिकारियों ने तुरंत काम करना बंद कर दिया था और धरने पर बैठ गए थे।