मुंबई, 5 जुलाई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में हिंदी को लेकर जारी विवाद के बीच शनिवार को उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक मंच पर एक साथ आए। दोनों ने मुंबई के वर्ली सभागार में ‘मराठी एकता’ पर लोगों को संबोधित किया। दोनों के साथ आने से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं में खुशी है। शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने इसे बाला साहेब का सपना साकार होने जैसा बताया है।
शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि जब भाई लड़ते हैं, तो यह महाभारत जैसा लगता है, लेकिन जब दो भाई एकजुट होते हैं, तो यह रामायण जैसा लगता है। मुझे लगता है कि आज हमने यहां रामायण का एक दृश्य देखा। 20 वर्षों से मराठी लोग जो प्रेम देखना चाहते थे वह प्रेम आज दिखाई दिया है। बाला साहेब और मराठा लोगों को सपना पूरा हुआ।
दोनों भाई के साथ आने पर पार्टी अलायंस की चर्चाओं पर शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि मेरा मानना है कि जिस तरह से दोनों नेताओं ने बहुत सकारात्मकता के साथ अपने विचार व्यक्त किए हैं, उससे निश्चित रूप से उम्मीद जगी है। उन्होंने जो संकेत दिए हैं, उससे कल तक धुंधली तस्वीर आज बहुत स्पष्ट हो गई है। इससे संकेत मिलता है कि मराठी अस्मिता और गौरव के मुद्दे पर साथ आए दोनों भाई शायद मराठी राजनीतिक सत्ता के लिए भी साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं।
मनसे कार्यकर्ताओं की ओर से व्यवसायी सुशील केडिया के कार्यालय में की गई तोड़फोड़ पर शिवसेना (यूबीटी) नेता सुनील राउत ने कहा कि मैं मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा की गई कार्रवाई का समर्थन करता हूं। अगर कोई महाराष्ट्र में, मुंबई में रहना चाहता है, तो उसे मराठी आनी चाहिए। वह 30 साल में महाराष्ट्र में रहकर मराठी नहीं सीख पाए। अगर यहां रहना है तो मराठी बोलनी पड़ेगी।
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के साथ आने पर भविष्य में गठबंधन की सुगबुगाहट पर उन्होंने कहा कि अलायंस हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब दोनों भाई एक मंच पर आए तो सभी खुश थे। महाराष्ट्र के हित के लिए दोनों को साथ आना चाहिए।