ग्रेटर नोएडा, 20 जून (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम चिटेहरा में अधिसूचित एरिया पर अतिक्रमण के खिलाफ शुक्रवार को बुलडोजर चलाया। प्राधिकरण ने करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा लिया है, जिसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
बताया जा रहा है कि कॉलोनाइजर इस जमीन पर अवैध निर्माण कर वेयरहाउस हाउस बनाने की कोशिश कर रहे थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अधिसूचित एरिया में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने शुक्रवार को चिटेहरा गांव में कार्रवाई की।
प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि कॉलोनाइजर ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया ग्राम चिटेहरा के खसरा संख्या-169, 170, 171 व 172 की करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन पर बिना प्राधिकरण की अनुमति निर्माण कर अवैध कालोनी काटने की कोशिश कर रहे थे। बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से नोटिस भी जारी की गई, लेकिन कॉलोनाइजर चोरी-छिपे अवैध कालोनी काटने की कोशिश कर रहे थे।
शुक्रवार को महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह, विशेष कार्याधिकारी जितेंद्र गौतम, ओएसडी राम नयन सिंह, वर्क सर्किल तीन के प्रभारी राजेश कुमार निम और वर्क सर्किल 1 के प्रभारी प्रभात शंकर सहित वर्क सर्किल 1, 2, 3 व 4 के समस्त स्टाफ ने मिलकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। प्राधिकरण की टीम ने 6 जेसीबी और 5 डंपर की मदद से तीन घंटे में कार्रवाई संपन्न की। मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपए आंकी गई थी।
एसीईओ सुमित यादव ने अतिक्रमण करने वाले को चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में बिना अनुमति या बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसीईओ ने जनमानस से अपील की है कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें। अवैध कॉलोनी में अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं।