ग्रेनो प्राधिकरण के टावर टू में वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय का कैंपस, प्रतिनिधिमंडल ने देखी जगह

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ग्रेटर नोएडा, 2 जुलाई (आईएएनएस)। देश के छात्रों को वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय से तमाम कोर्सेज व रिसर्च करने का अवसर ग्रेटर नोएडा में ही मिल सकता है। वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय का एक कैंपस ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर के परिसर में ही स्थित टावर टू में खोलने की तैयारी है।

बुधवार को ऑस्ट्रेलिया का एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल ग्रेटर नोएडा पहुंचा। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर विश्वविद्यालय का एक कैंपस खोलने की इच्छा जाहिर की।

बैठक में सहमति के बाद प्रतिनिधिमंडल ने टावर टू में जगह भी देखी। प्रतिनिधिमंडल को यह जगह पसंद आ गई है। उन्होंने चार फ्लोर किराए पर लेने की इच्छा जताई है। प्राधिकरण भी विश्वविद्यालय का कैंपस खोलने के लिए जगह देने पर राजी है। दोनों पक्षों की तरफ से फाइनल निर्णय जल्द होने की उम्मीद है।

ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल में ऑस्ट्रेलियाई मंत्री व परामर्शदाता (शिक्षा और अनुसंधान) ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग जॉर्ज थिवोस, नैथनियल वेब, प्रथम सचिव (शिक्षा और अनुसंधान), ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के डिप्टी वॉइस चांसलर और सीओओ बिल पैरासिरिस, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मैरिओन जॉन्स, प्रोजेक्ट मैनेजर शुभम गुप्ता और लीड रिसर्चर कोलेबोरेशन एंड पार्टनरशिप साउथ एशिया कोपल चौबे शामिल रहे।

प्रतिनिधिमंडल सुबह करीब 11.30 बजे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहुंचा। प्राधिकरण की तरफ से एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव के अलावा ओएसडी एनके सिंह, महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय ने ग्रेटर नोएडा में कैंपस खोलने का प्रस्ताव रखा। एसीईओ ने प्राधिकरण के परिसर में स्थित टावर टू में उपलब्ध जगह के बारे में जानकारी दी। बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल ने मौके पर जाकर जगह भी देखी। उनको जगह पसंद आई है। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ एनजी रवि कुमार से मिलकर अपनी परियोजना से अवगत कराया।

सीईओ ने कहा कि एजुकेशन हब के रूप में ग्रेटर नोएडा की खास पहचान है। यहां शिक्षा के क्षेत्र में बहुत स्कोप है। उद्यमियों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण देकर युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने में वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय अहम भूमिका निभा सकता है। प्रतिनिधिमंडल ने भी ग्रेटर नोएडा के इंफ्रास्ट्रक्चर को सराहा और जल्द ही फाइनल निर्णय लिए जाने की बात कही।