ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखे गए हिस्ट्री फिक्शन उपन्यास “गुलाबी खंजर” के प्रकाशन की घोषणा

0
14

भोपाल : 20 अक्टूबर/ भोपाल के कुक्कुट भवन में बहुप्रतीक्षित हिस्ट्री फ़िक्शन उपन्यास “गुलाबी खंजर” की ‘हिन्द युग्म प्रकाशन’ से प्रकाशित होने की आधिकारिक घोषणा की गई। इस उपन्यास के दिसंबर 2024 के दूसरे सप्ताह में प्रकाशित होने की संभावना है। विधायक-लेखक दिलीप पांडेय, लेखिका चंचल शर्मा और लेखक रोहित साकुनिया का उपन्यास “गुलाबी खंजर” एक महाकाव्य युद्ध कथा है, जो मुग़ल आक्रमण के समय भारत की धरती पर घटित हुई। उपन्यास में दो युवा योद्धाओं की कहानी को केंद्र में रखा गया है, जो अपने साम्राज्य की रक्षा के लिए युद्ध के मैदान में संघर्ष करते हैं, साथ ही साहस, त्याग और अदम्य जज़्बे की प्रेरक गाथा लिखते हैं।

उपन्यास का कथानक
“गुलाबी खंजर” की कहानी उस कालखंड में स्थापित है जब मुग़लों ने भारत पर आक्रमण किया था और भारतीय संस्कृति और सभ्यता के सामने गंभीर चुनौतियाँ उत्पन्न हो गई थीं। यह उपन्यास दो युवा वीरों की गाथा कहता है, जो अपनी अस्मिता, संस्कृति और पुरखों की विरासत की रक्षा के लिए संघर्ष करते हैं। एक ओर जहाँ मुग़ल सेना की ताकत और कुशलता है, वहीं दूसरी ओर जाट वंश के जाबांज़ योद्धाओं का अटूट संकल्प और अदम्य साहस। उपन्यास का नाम “गुलाबी खंजर” है जो मुगल और जाट दोनों की तरफ़ से नौजवान योद्धाओं की कहानी है, जो गुलाबी खंजर की तरह सुंदर और धारदार हैं, लेकिन जिनका परिणाम सिर्फ धोखा, विनाश और बलिदान की ओर ले जाता है।

लेखकों का दृष्टिकोण
इस अवसर पर उपन्यास के लेखकों ने अपनी रचना प्रक्रिया और उपन्यास के पीछे की प्रेरणा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “यह उपन्यास सिर्फ एक युद्ध गाथा नहीं है, बल्कि मानवीय भावनाओं, संघर्षों और साहस की भी कहानी है। इतिहास और कल्पना का यह सम्मिश्रण मुग़ल आक्रमणकालीन भारत की जटिलताओं और तत्कालीन समाज की स्थिति को दिखाता है। दो युवा लड़ाकों की यह कहानी न केवल युद्ध के मैदान में उनकी वीरता को दर्शाती है, बल्कि उनके भीतर चल रहे भावनात्मक संघर्ष को भी उजागर करती है।”

आज के समारोह की विशेषताएँ
इस उपन्यास की घोषणा के अवसर पर तीनों लेखकों और हिन्द युग्म के संपादक शैलेष भारतवासी, जाने माने लेखक दिव्य प्रकाश दुबे और नीलोत्पल मृणाल के साथ कई अन्य साहित्यिक हस्तियाँ, इतिहासकार और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। समारोह में लेखक द्वारा उपन्यास की प्रमुख झलकियाँ प्रस्तुत की गईं और कहानी की गहराई से चर्चा की गई। उपन्यास के कथानक और युद्ध की रोमांचक घटनाओं की प्रस्तुति की सराहना की गई। साहित्य प्रेमियों और इतिहास के उत्सुक पाठकों के लिए यह एक बेहद रोचक उपन्यास माना जा रहा है।

पाठकों की उत्सुकता
“गुलाबी खंजर” के विमोचन के साथ, यह उपन्यास ऐतिहासिक उपन्यासों की दुनिया में एक नई मिसाल कायम कर सकता है। इसके साथ ही यह युद्ध के रोमांच और संघर्ष की कहानियों में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए एक विशेष अनुभव होगा। लेखकों के अनुसार, इस उपन्यास का विमोचन दिसंबर के दूसरे सप्ताह में किया जाएगा, और इसके लिए पूरे देश के पाठकगण बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

प्रकाशक: हिन्द युग्म प्रकाशक