नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शनिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने संविधान की प्रस्तावना से “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” शब्दों को हटाने की वकालत की थी।
प्रमोद तिवारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि अगर शिवराज सिंह चौहान संविधान से “समाजवादी” शब्द को हटाने की मांग कर रहे हैं, तो इसकी जगह पर क्या वह “पूंजीवादी” शब्द लाने का विचार कर रहे हैं, जिसमें “हम दो और हमारे दो” जैसी अवधारणा को जन्म देने की कोशिश की गई है।
उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस और ‘इंडिया’ ब्लॉक है, का यह सपना पूरा नहीं होने देंगे और न ही पूंजीवाद के विचार को पनपने देंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार देश के संविधान और आरक्षण को खत्म करने के बारे में सोच रही है, वह बिल्कुल गलत सोच रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। उसका यह ख्वाब हमेशा ही ख्वाब रहने वाला है।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लॉ कॉजेल की एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि यह मामला चिंताजनक है। इससे पहले वहां एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। उन्होंने सरकार से मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो।
कॉलेज परिसर में छात्रा के साथ दुष्कर्म के तीनों आरोपियों में से एक पूर्व छात्र और दो वर्तमान छात्र हैं। पूर्व छात्र के बारे में बताया जा रहा है कि वह तृणमूल कांग्रेस का सदस्य है। इस वजह से विपक्षी भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल पर हमलावर हो गई है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। देशभर में इस मामले को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।