सूरत, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुजरात के उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने पद की शपथ लेने के बाद एक अनूठी और भावुक अपील की, जिसने समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल कायम की है। उन्होंने राज्य के नागरिकों और कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि वे उनके सम्मान में होर्डिंग या बैनर लगाने के बजाय समाज सेवा में योगदान दें और जरूरतमंद लोगों के जीवन में उजाला लाएं।
उनकी इस संवेदनशील अपील का असर देखने को मिला, जब सूरत में एक दानदाता ने उनके अभिनंदन में होर्डिंग लगाने के बजाय 30 जरूरतमंद लोगों की नेत्र सर्जरी के लिए दान दिया।
सूरत स्थित स्वामी विवेकानंद नेत्र मंदिर संस्थान को यह अनोखा दान प्राप्त हुआ, जिसने न केवल उपमुख्यमंत्री की अपील को सार्थक किया, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
इस दानदाता ने होर्डिंग पर होने वाले खर्च को जरूरतमंदों की आंखों का प्रकाश लौटाने में निवेश किया। इस नेक कार्य ने न सिर्फ 30 लोगों के जीवन में स्थायी बदलाव लाने का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि छोटे-छोटे प्रयास समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने इस दान की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “यह दान मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। यह दिखाता है कि हमारी अपील लोगों के दिलों तक पहुंची है। समाज सेवा ही सच्चा सम्मान है, जो जरूरतमंदों के जीवन में खुशी ला सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के प्रयास गुजरात को और मजबूत बनाएंगे और समाज में सकारात्मकता का संदेश फैलाएंगे।
स्वामी विवेकानंद नेत्र मंदिर संस्थान के प्रतिनिधि ने बताया कि इस दान से 30 लोगों की मुफ्त नेत्र सर्जरी संभव हो सकेगी, जिससे कई परिवारों के जीवन में खुशहाली आएगी।
नेतृत्व की संवेदनशील सोच और समाज की भागीदारी से सकारात्मक बदलाव संभव है। हर्ष संघवी की यह अपील समाज को एक प्रेरणा देने वाला है। सम्मान के पारंपरिक तरीकों जैसे होर्डिंग और बैनर की जगह समाज कल्याण को प्राथमिकता देना यकीनन बड़ी पहल है।