लंदन, 2 अगस्त (आईएएनएस)। भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन से पहले रवि शास्त्री ने यशस्वी जायसवाल के बल्लेबाजी शैली की तारीफ की। भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच शास्त्री का मानना है कि जायसवाल का अनूठा दृष्टिकोण उन्हें भारत के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है।
जायसवाल इस टेस्ट मैच में गजब की लय में दिख रहे हैं, उन्होंने तेजी से हाफ सेंचुरी पूरी कर ली है और खबर लिखे जाने तक उन्होंने 10 चौके और 2 छक्के की मदद से 82 रन बना लिए हैं। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 123 रनों की बढ़त बना ली है और अभी भी 8 विकेट बाकी हैं।
जायसवाल को मैच के दौरान दो बार जीवनदान भी मिला है। 20 रन के स्कोर पर स्लिप में हैरी ब्रुक ने और फिर 40 रन पर डीप फाइन लेग पर लियाम डॉसन ने कैच छोड़ दिया।
शास्त्री ने कहा कि यह मैच बेहद संतुलित है और जायसवाल का अहम विकेट है। जब तक वह खेल रहे हैं, इंग्लैंड के कप्तान पोप को सिरदर्द होगा क्योंकि आप खेल को नियंत्रित नहीं कर सकते।
जायसवाल नए और अपरंपरागत खिलाड़ी हो सकते हैं। उनके आउट होने पर ही इंग्लैंड को नियंत्रण का एहसास होगा। भारत को चौथी पारी में इंग्लैंड को कम से कम 250 रनों का लक्ष्य देना होगा क्योंकि सीरीज दांव पर है, यह एक परीक्षा होगी।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान सर एलेस्टेयर कुक ने भी बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल पर इसी तरह के विचार व्यक्त किए। भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ही एकमात्र बल्लेबाज हैं जो रन बनाने की कोशिश करेंगे और बाकी बल्लेबाज दबाव में होंगे। इंग्लैंड के लिए, यह उन तीन तेज गेंदबाजों और ओली पोप द्वारा उन्हें अच्छे से इस्तेमाल करने पर निर्भर करेगा।
भारत को सीरीज बराबर करने के लिए ओवल में चल रहे मैच में जीत हासिल करनी होगी, जबकि इंग्लैंड की जीत उसे सीरीज जीतने में मदद करेगी।
कुक ने कहा, “कोई भी टीम इस टेस्ट मैच में अपनी स्थिति पक्की नहीं कर पाई है।
इंग्लैंड का स्कोर 12 ओवर में 90/0 था। वे केवल 150 रन से पीछे थे, और उन्हें केवल 30 रन की बढ़त मिली। इंग्लैंड की टीम पहली पारी के दम पर ज्यादा फायदा नहीं उठा सकी।