मुंबई, 24 अप्रैल (आईएएनएस) ‘दिल है ग्रे’ और ‘तू चाहिए’ में एक्टर अक्षय ओबेरॉय के किरदार यिन और यांग की अवधारणा को दर्शाते हैं।
अक्षय ने कहा, ”फिल्म ‘दिल है ग्रे’ और ‘तू चाहिए’ में मेरे किरदार सही और गलत के बीच की रेखाओं को धुंधला करते हुए मानव स्वभाव की जटिलताओं को उजागर करते हैं। यिन और यांग की अवधारणा की तरह वे विरोधी ताकतों का प्रतीक हैं जो दर्शकों को उनकी परस्पर विरोधी भावनाओं और धारणाओं से जूझने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
सूसी गणेशन द्वारा निर्देशित ‘दिल है ग्रे’ नैतिक अस्पष्टता की गहराइयों और मानवीय अनुभव को परिभाषित करने वाले ग्रे शेड्स को उजागर करती है। इस मनोरंजक कहानी में अक्षय का किरदार नैतिकता की पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देता है, जिससे दर्शक मान्यताओं और मूल्यों पर सवाल उठाते हैं।
‘शादी में जरूर आना’ फेम रत्ना सिन्हा द्वारा निर्देशित ‘तू चाहिए’ में अक्षय का किरदार प्रेम में विश्वासघात और मुक्ति की पृष्ठभूमि में आत्म खोज की यात्रा पर निकलता है।
उन्होंने कहा, ”मेरा मानना है कि ‘दिल है ग्रे’ और ‘तू चाहिए’ में मेरे किरदारों की नैतिक अस्पष्टता से दर्शक आकर्षित होंगे। यह विचार को प्रेरित करने और आत्मनिरीक्षण को प्रेरित करने की कहानी कहने की शक्ति का एक प्रमाण है।”