नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने गुरुवार को कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित ‘अटल स्मृति सम्मेलन’ को संबोधित किया और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एकजुट प्रयास का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में निर्मित करना है, और इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।
उन्होंने कहा कि भारत के स्वर्ण युग का स्वागत करने के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं, और हमें अटल के दृढ़ संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ना होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में दिल्ली भाजपा दिल्ली के सभी जिलों में विधानसभा स्तर पर ‘अटल स्मृति सम्मेलन’ आयोजित कर रही है।
इसी कड़ी में, नई दिल्ली जिले के कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र का ‘अटल स्मृति सम्मेलन’ लोधी रोड स्थित आंध्र एसोसिएशन भवन में आयोजित किया गया।
नवीन ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद बंसुरी स्वराज, नई दिल्ली जिला अध्यक्ष रविंद्र चौधरी और स्थानीय विधायक नीरज बसोया की उपस्थिति में कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित “अटल स्मृति सम्मेलन” को संबोधित किया।
नवीन ने कहा कि वाजपेयी ने अपने विचार स्पष्ट और प्रभावशाली ढंग से जनता के सामने रखे। जहां उन्होंने जरूरत पड़ने पर सत्ताधारी दल पर कड़ा प्रहार किया, वहीं विपक्ष में अपने सहयोगियों से भी गलती होने पर सवाल करने में कभी संकोच नहीं किया।
उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार महज एक वोट से गिरी, तब उन्होंने जो भाषण दिया, उसमें एक नया संदेश झलकता था और वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
नबीन ने कहा कि वाजपेयी का संयुक्त राष्ट्र में दिया गया भाषण भी अवश्य सुना जाना चाहिए। जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को हिंदी में संबोधित किया, तो हर भारतीय को अपनी भाषा पर गर्व महसूस हुआ।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बाद अटल जी ही थे, जिन्होंने वैश्विक मंच पर लुप्त हो चुकी हिंदी भाषा को फिर से प्रमुखता दिलाई।
उन्होंने कहा कि जब बुनियादी ढांचे की बात होती है, तो अक्सर शेर शाह सूरी का जिक्र आता है, लेकिन आज चाहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हो या अन्य परियोजनाएं, देश भर में लगातार सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि अगर कोई वाजपेयी के सपनों के भारत का निर्माण कर रहा है, तो वह प्रधानमंत्री मोदी ही हैं।

