फ्नोम पेन्ह, 11 अगस्त (आईएएनएस)। कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने सोमवार को कहा कि थाईलैंड की (दूसरी) सेना क्षेत्र के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बूनसिन पड्कलांग द्वारा घोषित सैन्य कार्रवाई युद्धविराम समझौते का उल्लंघन है।
बूनसिन ने रविवार को ता क्रोबे मंदिर पर कब्जा करने और ता मोआन थॉम मंदिर को बंद करने की योजना की घोषणा की थी। सोचेता ने कहा कि यह बयान कंबोडिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर आक्रमण के पूर्व नियोजित प्रयास का स्पष्ट प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि यह कदम 28 जुलाई को हुई विशेष बैठक और 7 अगस्त को मलेशिया में आयोजित जनरल बॉर्डर कमेटी (जीबीसी) की असाधारण बैठक में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन है। इन बैठकों में दोनों पक्षों ने अपनी सेनाओं को वर्तमान स्थिति से आगे न बढ़ाने और गश्त से परहेज करने पर सहमति जताई थी।
साथ ही, सोचेता ने जोर दिया कि कंबोडिया शांतिपूर्ण समाधान और युद्धविराम समझौते के सख्त पालन के प्रति प्रतिबद्ध है और उम्मीद करता है कि थाईलैंड भी ईमानदारी से इस सिद्धांत का पालन करेगा।
इस बीच, पिछले सप्ताह थाई सेना ने दावा किया कि थाई-कंबोडिया सीमा पर गश्ती अभियान के दौरान लैंडमाइन विस्फोट में उसके तीन सैनिक घायल हो गए। हालांकि, कंबोडिया ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज किया।
थाई सेना के अनुसार, विस्फोट शनिवार सुबह लगभग 10 बजे सिसाकेट प्रांत में गश्त और सीमा सुरक्षा मजबूत करने के दौरान हुआ। थाई सेना के प्रवक्ता विंथाई सुवारी ने कहा कि यह घटना सीमा पर कंबोडिया द्वारा हथियारों के निरंतर और गुप्त उपयोग का प्रमाण है, जो ऑटावा कन्वेंशन का उल्लंघन है।
वहीं, कंबोडियन माइन एक्शन एंड विक्टिम असिस्टेंस अथॉरिटी (सीएमएए) ने साफ किया कि कंबोडिया ने कोई नई लैंडमाइन नहीं बिछाई है। सीएमएए ने कहा कि बिना सत्यापित तथ्यों के सार्वजनिक बयान देने से युद्धविराम के तहत बने सहयोग की भावना कमजोर पड़ सकती है और विश्वास में कमी आ सकती है।