तिरुवनंतपुरम, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को हाल ही में संपन्न स्थानीय निकाय चुनावों में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) को मिली अप्रत्याशित हार पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने माना कि नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे, लेकिन साथ ही भरोसा जताया कि समीक्षा कर जरूरी सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव परिणामों की विस्तार से समीक्षा की जाएगी ताकि कमियों की पहचान कर उन्हें दूर किया जा सके। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और भाजपा के बीच “गुप्त समझौते” का आरोप भी लगाया।
सीएम विजयन ने सबरीमला विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुद्दे से एलडीएफ को नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने पांडलम नगरपालिका में भाजपा की हार का हवाला देते हुए कहा कि यह इलाका सबरीमला मंदिर से गहराई से जुड़ा है, इसके बावजूद भाजपा को यहां पराजय मिली, जो मतदाताओं की समझदारी को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोडुंगलूर में एलडीएफ को लाभ हुआ है, जिससे यह साफ होता है कि सबरीमला मुद्दा चुनावों में निर्णायक कारक नहीं था।
तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यूडीएफ और भाजपा के बीच ‘परोक्ष रूप से गठबंधन’ के चलते वोटों में हेरफेर हुआ।
उन्होंने दावा किया कि कई वार्डों में यूडीएफ ने जानबूझकर अपने वोट घटाए ताकि भाजपा को फायदा पहुंचे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जिन वार्डों में एलडीएफ मामूली अंतर से हारी, वहां एलडीएफ को भाजपा से ज्यादा वोट मिले।
एसएनडीपी नेता वेल्लापल्ली नटेशन के साथ अपने संबंधों पर उठे सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंपा में हुए एक कार्यक्रम के बाद हुई मुलाकात को गलत तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
उन्होंने माना कि वेल्लापल्ली की अल्पसंख्यकों को लेकर की गई कुछ टिप्पणियां विवादास्पद रही हैं, लेकिन समुदाय के नेताओं को अपनी राय रखने का अधिकार है और इस पर वेल्लापल्ली पहले ही स्पष्टीकरण दे चुके हैं।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि झटकों के बावजूद एलडीएफ में भाजपा का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने की क्षमता है। उन्होंने कहा, “पालक्काड़ में भी, जहां यूडीएफ मुख्य विपक्ष है, वे आगे नहीं बढ़ सके। सिर्फ एलडीएफ में ही भाजपा को निष्प्रभावी करने की ताकत है।”
उन्होंने विश्वास जताया कि एलडीएफ चुनावी नतीजों से सबक लेकर और ज्यादा मजबूती के साथ वापसी करेगा।

