दीपावली पर बसों के किराए में भारी वृद्धि, चेन्नई से मदुरै तक के लिए देने पड़ रहे 4,500 रुपए

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चेन्नई, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। दीपावली के त्योहार पर अपने घर जाने की तैयारी कर रहे यात्रियों के लिए इस बार सफर बेहद महंगा साबित हो रहा है। तमिलनाडु में प्राइवेट ओमनी बस ऑपरेटरों ने जबरदस्त किराया वसूली शुरू कर दी है। मांग बढ़ने के चलते किराए लगभग दोगुने हो गए हैं, जिससे यात्रियों को मजबूरी में मनमाने दाम चुकाने पड़ रहे हैं।

हालांकि राज्य परिवहन विभाग ने पहले ही ओवरचार्जिंग को लेकर चेतावनी दी थी, लेकिन चेन्नई से मदुरै, तिरुचिरापल्ली और कोयंबटूर जैसे लोकप्रिय रूट्स पर टिकट की कीमतें रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं।

बड़ी ऑनलाइन बुकिंग साइट्स पर देखा गया है कि चेन्नई से मदुरै के लिए एकतरफा टिकट 4,500 रुपए तक पहुंच गया है, वहीं चेन्नई-तिरुचिरापल्ली और चेन्नई-कोयंबटूर रूट्स पर क्रमश: 3,500 और 3,000 रुपए तक किराया वसूला जा रहा है।

यह किराया राज्य सरकार और ओमनी बस एसोसिएशन के बीच 2022 में तय अधिकतम किराए से कहीं अधिक है। उस चार्ट के अनुसार, चेन्नई-तिरुचि के लिए 1,200 से 1,980 रुपए, चेन्नई-मदुरै के लिए 1,930 से 3,070 रुपए और चेन्नई-कोयंबटूर के लिए 1,730 से 2,880 रुपए तक किराया तय किया गया था।

लेकिन 17 से 23 अक्टूबर के बीच त्योहार की वजह से टिकट बुकिंग की होड़ मची हुई है, जिससे किराए तेजी से बढ़े हैं।

मुद्दा यह भी है कि कई छोटे शहरों और तिरुचि जैसे बीच के स्टेशनों के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। अधिकतर बसें मदुरै या तिरुनेलवेली के लिए डायवर्ट की जा रही हैं। ऐसे में रास्ते में चढ़ने वाले यात्रियों से भी लंबी दूरी के हिसाब से ज्यादा किराया वसूला जा रहा है।

बस ऑपरेटरों का कहना है कि ईंधन की कीमतें, मरम्मत खर्च और ऑपरेशनल लागत बढ़ने के कारण किराए में इजाफा जरूरी हो गया है। उन्होंने 2022 के किराया चार्ट को अपडेट करने की मांग की है।

बस मालिक संघ का तर्क है कि किराया चार्ट केवल अधिकतम सीमा बताता है और कोई भी शिकायत उनके ग्रीवांस मैकेनिज्म के जरिए सुलझाई जा सकती है।

इस बीच, राज्य परिवहन विभाग ने बड़े शहरों (जैसे मदुरै, तिरुचि और कोयंबटूर) के टोल प्लाज़ा और एंट्री पॉइंट्स पर जांच अभियान शुरू कर दिया है। विशेष निगरानी दलों को ओवरचार्जिंग और सुरक्षा मानकों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।

परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर ने बताया कि अब तक कई ओवरचार्जिंग के मामले सामने आए हैं और एसोसिएशन को किराया तुरंत कम करने का निर्देश दिया गया है। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई, जैसे परमिट निलंबन और जुर्माना लगाने की चेतावनी दी गई है।