हनोई, 21 मई (आईएएनएस)। भारत से भेजे गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को बुधवार को वियतनाम के निन्ह बिन्ह प्रांत के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर ‘बाई दीन्ह पैगोडा’ में स्थापित किया गया। प्रांतीय नेताओं सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अवशेषों का स्वागत किया। भारत और वियतनाम से आए भिक्षुओं ने पारंपरिक प्रार्थनाएं कीं।
अवशेष वियतनाम के हा नाम प्रांत के तम चुक पैगोडा से निन्ह बिन्ह के बौद्ध मंदिर में पहुंचे। वियतनाम सरकार द्वारा संरक्षित पवित्र अवशेषों को बाई दिन्ह पैगोडा में अनुयायियों द्वारा प्राप्त किया गया।
इससे पहले, हजारों लोगों ने पवित्र वातावरण में तम चुक पैगोडा में अवशेषों की प्रदर्शनी में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पवित्र अवशेषों को 2 मई को केंद्रीय में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा लाया गया था, जिसमें आंध्र प्रदेश के मंत्री कंडुला दुर्गेश और वरिष्ठ भिक्षु तथा अधिकारी भी शामिल थे।
संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस समारोह के हिस्से के रूप में वियतनाम लाए गए पवित्र अवशेषों को गुरुवार को भारत वापस लाया जाएगा।
अवशेषों को पहले हो ची मिन्ह सिटी में थान तम पैगोडा, फिर ताय निन्ह प्रांत में बा डेन माउंटेन, हनोई में क्वान सु पैगोडा और हा नाम में तम चुक पैगोडा में प्रदर्शित किया गया था।
पिछले सप्ताह वियतनाम में भारतीय दूतावास ने भगवान बुद्ध के अवशेषों और आगामी परियोजनाओं के बारे में स्थानीय मीडिया के साथ जानकारी साझा की।
इसे भारत का “राष्ट्रीय खजाना” बताते हुए दूतावास ने कहा कि भगवान बुद्ध के अवशेषों का वियतनाम आना दोनों सरकारों, वियतनाम बौद्ध संघ और अन्य संगठनों के बीच सहयोग का परिणाम है।
भारत द्वारा पवित्र अवशेषों को वियतनाम भेजने की वियतनाम के राष्ट्रपति लुओंग कुओंग ने सराहना की थी और कहा था कि इससे दोनों देशों के बीच मजबूत आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत होंगे।