नई दिल्ली/रियाद, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। ‘हज 2025’ की तैयारियों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ भारतीय अधिकारी सऊदी अरब के दौरे पर हैं। अधिकारी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव डॉ. चंद्रशेखर कुमार ने सुचारू हजयात्रा के लिए की जा रही सुविधाओं पर संतोष व्यक्त कि
मंत्रालय ने सचिव की तस्वीरें अपलोड कीं और अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “आरामदायक हज 2025 के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते हुए – अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव, भारत सरकार, डॉ. चंद्रशेखर कुमार, भारतीय हज यात्रियों के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए सऊदी अरब की यात्रा पर हैं।”
भारतीय हजयात्रियों के कल्याण के लिए, सरकार हज अवधि के दौरान सऊदी अरब में कई अस्थायी हेल्थकेयर फैसिलिटी स्थापित करती है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिनकी उच्च जोखिम वाले समूह के रूप में पहचान की जाती है।
डॉक्टरों और पैरामेडिक्स वाली मेडिकल टीमें तीर्थयात्रियों के ठहरने वाले भवनों का रोजाना दौरा करती हैं और नियमित स्वास्थ्य निगरानी, परामर्श और किसी भी उभरती हुई चिकित्सा चिंता पर तत्काल प्रतिक्रिया सुनिश्चित करती हैं।
2024 में, सभी तीर्थयात्रियों, खास तौर पर बुजुर्गों की स्वास्थ्य सेवा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मक्का में चार और मदीना में एक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गए। साथ ही 17 डिस्पेंसरी भी स्थापित की गईं जो चौबीस घंटे चालू रही। भारतीय हजयात्रियों को मुफ्त परामर्श, दवाइयां और इलाज प्रदान किए गए।
2024 में देश को 1.75 लाख तीर्थयात्रियों का कोटा आवंटित किया गया था। इनमें से 1.40 लाख तीर्थयात्रियों को भारतीय हज समिति ने सुविधा प्रदान की गई और बाकी को निजी टूर ऑपरेटरों ने प्रबंधित किया गया।
मंत्रालय के अनुसार, 2018 में हज सब्सिडी समाप्त होने के बाद भी हज पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी नहीं आई है और भारतीय हज समिति ने उस वर्ष से हज कोटे का पूरा उपयोग किया है। हज सब्सिडी पूरी तरह समाप्त होने से पहले यानी 2017 में 1.70 लाख से अधिक तीर्थयात्री हज पर गए थे।