संयुक्त राष्ट्र, 22 नवंबर (आईएएनएस)। देश छोड़ने के आदेश और हवाई हमलों के कारण लेबनान में आठ लाख 80 हजार से अधिक लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं। इनमें से पांच लाख से ज्यादा लोग सीरिया भाग गए। यह जानकारी मानवीय क्षेत्रों में काम करने वाले संयुक्त राष्ट्र के संगठनों ने दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने एक बयान में कहा कि लेबनान में बचे हुए लोगों की खाद्य सुरक्षा पर असर पड़ रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने बताया कि देश के भीतर आठ लाख 80 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। इनमें 20 हजार से अधिक प्रवासी भी शामिल हैं। इन प्रवासियों को भी हमले के खतरे के चलते अपने घरों से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने बताया कि पांच लाख से ज्यादा लोग लेबनान छोड़कर सीरिया चले गए हैं। उनमें से आधे से ज्यादा बच्चे हैं। यूएनएचसीआर उन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करके और अन्य सहायता देकर उनकी मदद कर रहा है।
इस मौके पर ओसीएचए ने कहा कि नागरिकों को सुरक्षा दी जानी चाहिए, चाहे वे अपने घरों ही रहने का विकल्प चुनें या भाग जाने का।
कार्यालय ने यह भी कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने चेतावनी दी है कि लेबनान में खाद्य सुरक्षा की स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।
डब्ल्यूएफपी और एफएओ ने कहा, “सितंबर 2024 से जारी संघर्ष की वजह से आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है और खाद्य असुरक्षा बढ़ गई है, जिससे अब 12 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। लेबनान की लगभग एक चौथाई आबादी पहले से ही अपर्याप्त खाद्यान्न की उपलब्धता से पीड़ित है। खाद्य पदार्थों की कीमतें ऊंची बनी रहने के कारण स्थिति और भी खराब होने वाली है।”
ओसीएचए ने उदाहरण देते हुए कहा कि डब्ल्यूएफपी ने चुनौतीपूर्ण खाद्य सुरक्षा स्थिति के उपाय के रूप में इस साल सितंबर से 65 हजार से अधिक लोगों को भोजन पहुंचाने के लिए 12 काफिलों का इस्तेमाल किया, जिनमें से ज्यादातर दक्षिण और बालबेक-हर्मेल प्रांतों में थे।
-आईएएनएस
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