सना, 11 मार्च (आईएएनएस)। यमन के हूती नेता अब्दुल मलिक अल-हूती ने ऐलान किया है कि अगर मानवीय सहायता चार दिन की समय-सीमा के भीतर गाजा नहीं पहुंचती है, तो उनका समूह इजरायल से जुड़े जहाजों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर सकता है।
अब्दुल मलिक अल-हूती ने सोमवार को समूह के अल-मसीरा टीवी चैनल पर एक टेलीविजन भाषण में इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “हम गाजा पट्टी में मदद भेजने के लिए अपनी तय की गई समय सीमा पर कायम हैं और हमारे सशस्त्र बल अभियान चलाने के लिए तैयार हैं।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हूती नेता ने पहले इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थों को चार दिन का अल्टीमेटम दिया था, ताकि गाजा में सहायता पहुंचाने का काम फिर से शुरू किया जा सके। हूती नेता का यह अल्टीमेटम मंगलवार को समाप्त होने वाला है।
राजधानी सना सहित उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हूती समूह ने नवंबर 2023 से लाल सागर और इजरायली शहरों में इजरायल से जुड़े जहाजों पर ड्रोन और रॉकेट हमले किए हैं। उन्होंने इजरायल-हमास संघर्ष के बीच फिलिस्तीनियों के समर्थन में ये हमले किए हैं।
हालांकि, इसके जवाब में इजरायली सेना ने सना और लाल सागर के बंदरगाह शहर होदेइदाह में हूती सैन्य स्थलों को निशाना बनाया है।
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के बाद हूती हमले बंद हो गए। हालांकि, समूह ने अब धमकी दी है कि अगर गाजा पर नाकाबंदी नहीं हटाई गई तो वे फिर से अभियान शुरू कर देगा।
इजरायल ने हमास के साथ चल रहे युद्ध के दौरान यमन में हूती विद्रोहियों को पांच बार निशाना बनाया है। हालिया हमला 10 जनवरी को हुआ था, जबकि पहला हमला 20 जुलाई, 2023 को हुआ था। इसके बाद 29 सितंबर, 19 दिसंबर और 26 दिसंबर को हमले किए गए थे। इन हवाई हमलों में होदेइदाह बंदरगाह को बार-बार निशाना बनाया गया था।
पिछले साल नवंबर से ही हूती समूह ‘इजरायल से जुड़े’ जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा है, जो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय जल में स्थित हैं। साथ ही वह इजरायल में लक्ष्यों पर भी हमला कर रहा है, ताकि गाजा में इजरायलियों के साथ संघर्ष के दौरान फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाई जा सके।