हैदराबाद, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। हैदराबाद मेट्रो रेल ने 20 ट्रांसजेंडर्स को सुरक्षा कर्मियों के तौर पर नियुक्त किया है। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, उन्होंने सोमवार से कुछ चुने हुए मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो ट्रेनों के अंदर अपनी ड्यूटी शुरू कर दी।
हैदराबाद, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। हैदराबाद मेट्रो रेल ने 20 ट्रांसजेंडर्स को सुरक्षा कर्मियों के तौर पर नियुक्त किया है। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, उन्होंने सोमवार से कुछ चुने हुए मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो ट्रेनों के अंदर अपनी ड्यूटी शुरू कर दी।
यह कदम तेलंगाना सरकार के सबको साथ लेकर चलने, सम्मान और बराबर मौके के वादे को पूरा करता है।
हैदराबाद मेट्रो, भारत के सबसे बड़े और सबसे उन्नत शहरी ट्रांजिट सिस्टम में से एक है, जो 57 स्टेशनों वाले तीन कॉरिडोर में चलती है। रोजाना लगभग 5 लाख पैसेंजर इसका इस्तेमाल करते हैं।
हैदराबाद मेट्रो ने कहा कि लाखों यात्रियों में लगभग 30 फीसदी महिलाएं हैं, और उनकी सुरक्षा, आराम और आत्मविश्वास पक्का करना सबसे जरूरी है।
महिला पैसेंजर की सुरक्षा और आराम को और बेहतर बनाने और मौजूदा सुरक्षा इकोसिस्टम को लगातार मजबूत करने के लिए, हैदराबाद मेट्रो रेल अपने पूरे नेटवर्क में सक्रिय क्षमता निर्माण उपायों पर काम कर रही है। इन कोशिशों का मकसद महिला यात्रियों को भरोसा दिलाना, उनके यात्रा अनुभव को बेहतर बनाना और पूरे मेट्रो रेल सिस्टम में एक सुरक्षित और सकारात्मक माहौल उपलब्ध कराना है।
इसमें कहा गया है कि यह कोशिश न सिर्फ सुरक्षा बढ़ाती है बल्कि सरकार के अच्छे रोजगार और सामाजिक जुड़ाव के जरिए पिछड़े समुदायों को मजबूत बनाने के बड़े इरादे को भी दर्शाती है।
ट्रांसजेंडर कर्मचारियों का शामिल होना हैदराबाद मेट्रो रेल के सुरक्षित, सबको साथ लेकर चलने वाले और यात्रियों के लिए अच्छा माहौल बनाने के मिशन में एक अहम पड़ाव है।
नए कर्मचारियों की मुख्य जिम्मेदारियों में आम स्थलों और सिर्फ महिला कोच में सुरक्षा उपायों का पूरा ध्यान देना और बेहतर बनाना है। यात्रियों को दिशा-निर्देश और अन्य जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही बैगेज स्कैनर ऑपरेशन की निगरानी करना ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो और उनका आवागमन आसान और सुरक्षित हो।
हैदराबाद मेट्रो रेल ने कहा कि वह सभी यात्रियों के लिए सुरक्षित, कुशल और सबको साथ लेकर चलने की सुविधा देने के प्रति समर्पित है। उसने आगे कहा कि सुरक्षाकर्मियों में ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को शामिल करना सामाजिक सशक्तिकरण और सबको साथ लेकर चलने का एक मजबूत प्रतीक है और मेट्रो रेल सिस्टम में महिलाओं की सुरक्षा और लोगों के भरोसे को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।




