नई दिल्ली, 22 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के टेक और ड्यूरेबल ऑफलाइन रिटेल मार्केट की सालाना आधार पर वृद्धि दर इस की जनवरी से सितंबर की अवधि के बीच 10 प्रतिशत रही है। इसकी वजह घरेलू खर्च योग्य आय और छोटे कस्बों में इंटरनेट की पहुंच बढ़ना है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
कंज्यूमर इंटेलिजेंस कंपनी नीलसनआईक्यू (एनआईक्यू) ने जीएफके इंटेलिजेंस के साझेदारी में जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि छोटे शहर तीसरी तिमाही (जुलाई- सितंबर) अवधि में भारत के टेक और ड्यूरेबल मार्केट के ग्रोथ इंजन बनकर उभरे हैं। इस अवधि में क्लास 3 टाउन में 9 प्रतिशत की वैल्यू ग्रोथ देखने को मिली है। यह क्लास 1 टाउन में 6 प्रतिशत और क्लास 2 टाउन में 5 प्रतिशत रही है।
वहीं, क्लास 4 टाउन और इससे अधिक में वैल्यू ग्रोथ 3 प्रतिशत रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ती आय, अधिक इंटरनेट पहुंच और बढ़ी हुई आकांक्षाएं जैसे कारक इन शहरों में उपभोक्ताओं को आवश्यक वस्तुओं से लेकर प्रीमियम उत्पादों तक हर चीज पर अधिक खर्च करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उपभोक्ताओं का रुझान सुविधा, कनेक्टिविटी और स्थिरता प्रदान करने वाले उत्पादों की ओर बढ़ रहा है।
नीलसनआईक्यू के कस्टमर सक्सेस-टेक एंड ड्यूरेबल्स के प्रमुख अनंत जैन ने कहा, “उपभोक्ताओं की टिकाऊ सुविधाओं वाले उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की मांग के कारण भारतीय टेक और ड्यूरेबल बाजार मजबूत बना हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा, “त्योहारी सीजन का भी इस ग्रोथ में अहम योगदान है। साथ ही विशेष ऑफर और प्रमोशन से भी बाजार फायदा हुआ है।”
जुलाई-सितंबर की अवधि में, भारत में टेक और ड्यूरेबल वस्तुओं के ऑफलाइन रिटेल मार्केट में 6 प्रतिशत की वैल्यू ग्रोथ देखी गई, जो बड़े पैमाने पर उपकरण क्षेत्र द्वारा संचालित थी। सबसे बड़ा योगदान देने वाली श्रेणी टेलीकॉम रही है। इसमें सालाना आधार पर 7 प्रतिशत की वैल्यू ग्रोथ देखी गई है।
एनआईक्यू के ‘2024 मिड-ईयर कंज्यूमर आउटलुक’ में बताया गया कि सर्वे में भाग लेने वाले 67 प्रतिशत शहरी ग्राहकों का मानना है कि वे खिफायती और इनोवेटिव उत्पादों का उपयोग करना चाहते हैं।