मुंबई, 13 नवंबर (आईएएनएस)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा कि यूनिक ट्रेडिंग अकाउंट की संख्या इस महीने 24 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। जबकि बीते वर्ष अक्टूबर में यही आंकड़ा 20 करोड़ के पार दर्ज किया गया था।
यूनिक रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स की संख्या 31 अक्टूबर तक 12.2 करोड़ दर्ज की गई है, जो 22 सितंबर तक दर्ज 12 करोड़ के माइलस्टोन से भी आगे निकल गया है।
30 सितंबर 2025 तक इंडिविजुअल इन्वेस्टर, डायरेक्ट और म्यूचुअल फंड के जरिए दोनों अब एनएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल 18.75 प्रतिशत होल्ड करते हैं, जो कि 22 वर्षों का उच्च स्तर है।
सबसे अधिक इन्वेस्टर अकाउंट 17 प्रतिशत महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं, जो कि 4 करोड़ अकाउंट से भी अधिक है। इसके बाद 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ उत्तरप्रदेश और 9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ गुजरात का स्थान है। इसके बाद 6 प्रतिशत-6 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ पश्चिम बंगाल और राजस्थान का नाम शामिल है।
एक्सचेंज द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, टॉप पांच शहर कुल इन्वेस्टर अकाउंट का 49 प्रतिशत हिस्सा होल्ड करते हैं, जबकि टॉप 10 राज्य 73 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी को लेकर अपना योगदान दर्ज करवाते हैं।
बयान के अनुसार, इन्वेस्टर प्रोटेक्शन के कई उपाय मार्केट में कॉन्फिडेंस को बढ़ाने में मददगार रहे हैं। इसके अलावा, तेजी से होता डिजिटलीकरण, निरंतर इनोवेशन, बढ़ता मिडल क्लास और सरकार की ओर से प्रोग्रेसिव पॉलिसी उपाय भी बाजार में निवेशकों के विश्वास बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहे।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्टॉक एक्सचेंज ने 11,875 इन्वेस्टर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित करवाए हैं, जिसमें करीब 6.2 लाख पार्टिसिपेंट्स की भागीदारी दर्ज की गई। जबकि पूरे वित्त वर्ष 2025 के लिए यह आकंड़ा 14,679 पार्टिसिपेंट्स का रहा था।
इस बीच, एनएसई इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड 31 अक्टूबर तक सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 2,719 करोड़ रुपए हो गया है।
बीते पांच वर्षों में निफ्टी 50 और निफ्टी 500 इंडेक्स ने मजबूत सालाना रिटर्न दर्ज करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जहां निफ्टी 50 ने 15 प्रतिशत और निफ्टी 500 ने 18 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दर्ज करवाया है।

