नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर माइकल क्लार्क ने स्किन कैंसर से अपनी चल रही लड़ाई के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने बताया है कि पिछले कुछ सालों में उनके चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों से कई बार मेलेनोमा (एक तरह का गंभीर स्किन कैंसर) और अन्य तरह के कैंसर निकाले जा चुके हैं।
क्लार्क को पहली बार 2006 में स्किन कैंसर का पता चला था। उन्होंने ‘द काइल एंड जैकी ओ शो’ में अपनी हालत के बारे में बात की और बताया कि उनके चेहरे से ‘कई चीजें काटकर निकाली गई हैं।’
उन्होंने कहा, “लगभग चार हफ्ते पहले मेरी नाक से एक चीज निकाली गई थी, और मैं हर छह महीने में अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलता हूं। सनस्पॉट को मैं फ्रीज करवा लेता हूं। आमतौर पर, अगर वे बेसल सेल होते हैं, तो मैं उन्हें कटवाकर निकलवा देता हूं… मुझे लगता है कि मेरे चेहरे से सात चीजें काटकर निकाली गई हैं।”
इस अगस्त की शुरुआत में, वर्ल्ड कप जीतने वाले पूर्व कप्तान ने स्किन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की थी। क्लार्क ने 2019 में भी अपने चेहरे से तीन नॉन-मेलानोमा हटवाए थे।
क्लार्क ने अपनी सर्जरी के बाद की तस्वीर के कैप्शन में लिखा था, “स्किन कैंसर असली है! खासकर ऑस्ट्रेलिया में। आज मेरी नाक से एक और चीज काटकर निकाली गई। अपनी स्किन की जांच करवाने के लिए एक फ्रेंडली रिमाइंडर। रोकथाम इलाज से बेहतर है, लेकिन मेरे मामले में, रेगुलर चेक-अप और जल्दी पता चलना जरूरी है। मैं बहुत शुक्रगुजार हूं कि डॉ. बिश सोलिमन ने इसे जल्दी पकड़ लिया।”
शो में आगे बात करते हुए, उन्होंने अपने स्किन कैंसर के जोखिम का कारण क्रिकेटर के तौर पर धूप में बिताए लंबे समय को बताया।
उन्होंने कहा, “सोचिए भारत में पूरे दिन फील्डिंग करना, आठ घंटे धूप में रहना। बहुत से लोग बैगी ग्रीन कैप पहनते हैं, इसलिए आप अपने कान या चेहरे को प्रोटेक्ट नहीं कर रहे होते हैं। आपने छोटी आस्तीन वाली शर्ट पहनी होती है, इसलिए आपकी बाहें और हाथों के ऊपरी हिस्से (खुले रहते हैं)।”
क्लार्क उन कई जाने-माने क्रिकेटरों में से हैं, जैसे रिची बेनोड, सैम बिलिंग्स, एंडी फ्लावर और लॉरेन चीटल, जिन्होंने स्किन कैंसर से लड़ाई लड़ी है। अपने समय के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले क्लार्क ऑस्ट्रेलिया की उस बेहतरीन व्हाइट-बॉल टीम के अहम सदस्य थे।





