”कलिंग कला महोत्सव” 9 फरवरी से

0
33

नई दिल्ली, 4 फरवरी (आईएएनएस)। कलिंगा कला महोत्सव ”लीजेंड्स ऑफ एंशिएंट भारत एंड बियॉन्ड: इंस्पायरिंग लाइव्स एक्सपीरियंस इन द 21 सेंचुरी” थीम के साथ 9 फरवरी से 11 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसमें इला पांडा सेंटर फॉर आर्ट्स (आईपीसीए) अपनी भागीदारी दे रहा है।

आठवें संस्करण में 60 प्रदर्शक, प्रमुख कलाकार और छह चर्चा सत्र होंगे जिसमे रंजन मल्लिक, विजय एम. ढोरे, लालतेन्दु रथ, पारमिता महापात्रा, प्रो. रंजन कुमार मल्लिक, पंचमी मनु उकिल, सोनिया मलिक, गौरहरि राउत, मीनाकेतन पटनायक, ब्रुंदावन मोहराना, प्रियदर्शनी मोहंती, प्रियदर्शनी दास अधिकारी, नमिता पटनायक, संगीता पटनायक, ममता सामंतराय, रबीनाराना रथ, प्रणब अखंड, संजीब बिस्वाल, जनार्दन परमगुरु, संजय पट्टनायक, राजकिशोर मोहराना, बासेन टुडू, कुमार मिश्रा, बिनोदिनी बेहरा, दुर्गा माधब कर, वर्षा बारिक, पूजा दास, प्रीतम नायक, सुभाश्री स्वैन, दिब्यज्योति राउत, नरेंद्र माझी, ज्योतिष देबता, सुभाश्री पी. साहू, राकेश डे, बिबेक दास, संतोष साहू, संजय सामंत, अतासी बसु, लिपिश्री नायक, ससाधर पति, स्थितिधि रथ, मनारंजन जेना, प्रदीप पात्रा, जगेंद्र पाढ़ी, प्रदीप कुमार, उमेश नायक, स्मृति रंजन नायक, सुशांत, बिपिन मार्था, सुब्रत मुलिक, गंगा महराना, सरिता, चिंतामणि बिस्वाल, चंदन सामल, प्रबीर दलेई, पंचानन सामल, हृदयानंद, प्रताप जेना, जयंत दास, मुक्तिपदा नंदी, नितिया, रबी प्रधान, अरुण पालुर, सुभाष पुझारी, फ्रिडस आलम, काली पाढ़ी शामिल हैं।

प्रदर्शनी ओडिशा की रचनात्मक विरासत का एक प्रमाण है, जिसमें पेंटिंग, ड्राइंग, मूर्तिकला, फोटोग्राफी और अन्य कलाकारों के कार्यों सहित विभिन्न कलात्मक माध्यमों का प्रदर्शन किया गया है।

कलिंगा कला महोत्सव की संस्थापक, रश्मी रंजन परिदा ने कहा, ”पिछले आठ वर्षों से यह मेला कलिंगन की सर्वोत्तम रचनात्मकता का उत्सव रहा है और 2024 में हम इसे और भी आगे ले जा रहे हैं। गैलरी डिस्प्ले को पूरक करते हुए हम पूरे भारत से कलात्मक प्रतिभा की विविधता और शक्ति को प्रदर्शित करने वाली वार्ता और कार्यशालाओं की भी मेजबानी कर रहे हैं।”