खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी किया भड़काऊ बयान

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नई दिल्ली, 2 मई (आईएएनएस)। खालिस्तानी समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारतीय सेना में शामिल सिख सैनिकों से अपील की है। उसने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान के साथ युद्ध करता है तो वे देश के लिए न लड़ें। साथ ही यह भी कहा कि इस्लामाबाद, सिखों और खालिस्तान का “दोस्त” है।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पन्नू ने एक भड़काऊ वीडियो संदेश में कहा, “अगर भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया, तो यह भारत और पीएम मोदी के लिए अंतिम युद्ध होगा। भारतीय पक्ष के पंजाबी पाकिस्तानी सेना के लिए लंगर परोसेंगे।”

सिख सैनिकों के लिए अपने संदेश में पन्नू ने कहा कि पाकिस्तान दुश्मन नहीं, बल्कि एक मित्रवत देश है, जो पंजाब को आजाद करने के बाद हमारा पड़ोसी होगा।

पन्नू ने कहा, ” अब समय आ गया है कि नरेंद्र मोदी के अंधराष्ट्रवादी युद्ध को ‘नहीं’ कहा जाए और पाकिस्तान के खिलाफ न लड़ें। पाकिस्तान आपका दुश्मन नहीं है। पाकिस्तान सिख लोगों और खालिस्तान के लिए मित्रवत देश है और रहेगा। एक बार जब हम पंजाब को आजाद कर लेंगे, पाकिस्तान हमारा पड़ोसी होगा।”

पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत ज्यादा है, हमले में 25 भारतीयों सहित 26 लोग मारे गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सशस्त्र बलों को कायराना हमले का जवाब देने के लिए समय, लक्ष्य और तरीके चुनने की पूरी छूट दी है।

हालांकि, इस बीच गुरपतवंत सिंह पन्नू सिख सैनिकों को भड़काने की कोशिश कर रहा है। उसके सिखों और पंजाबियों के बारे में दावे निराधार और हताशा भरे कदम को दिखाते हैं।

कई पाकिस्तानी मंत्रियों ने दावा किया है कि भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई के आसार हैं। ऐसी खबरों के बीच बुधवार को पाकिस्तानी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई, हालांकि भारतीय पक्ष ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

पन्नू ने बेशर्मी से आरोप लगाते हुए कहा, “पहलगाम हिंदू नरसंहार के पीछे नरेंद्र मोदी की सरकार है।”

22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस घटना को लेकर देशभर में गुस्सा है।

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा, द रेजिस्टेंस फ्रंट ने शुरू में हमले की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि, जैसे ही भारत ने जवाबी तैयारियां तेज कीं तो संगठन ने हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार कर दिया।